हिमाचल और जम्मू कश्मीर के सेब व्यापारियों को कोई नुकसान नहीं होगा: Tarun Chugh

चंडीगढ : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने बुधवार को मिडिया में बयान जारी कर स्पष्ट किया कि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वडेरा ने आयातित सेब पर अतिरिक्त शुल्क पर केंद्र के फैसले की गलत व्याख्या करके, भ्रम और झूठ बोल कर जान बूझकर षड्यंत्र.

चंडीगढ : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने बुधवार को मिडिया में बयान जारी कर स्पष्ट किया कि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वडेरा ने आयातित सेब पर अतिरिक्त शुल्क पर केंद्र के फैसले की गलत व्याख्या करके, भ्रम और झूठ बोल कर जान बूझकर षड्यंत्र के तहत सेब बागवानों को गुमराह करने का प्रयास किया है उन्हें ऐसी राजनीति से बाज आना चाहिए।

चुग ने स्पष्ट किया कि कोई भी शुल्क सेब और ड्राई फ्रूट पर कम नहीं किया गया हैं, भारत ने कुछ विशेष कारणों से अमेरिका पर अतरिक्त शुल्क लगाया था जो अब कारण समाप्त होने पर वापस लिया हैं पूरे विश्व की तरह सेब और ड्राई फ्रूट पर अमेरिकी सेब और अखरोट पर 50% और 100% का एमएफएन शुल्क लागू रहेगा।

चुग ने कहा की अमरीका से अतिरिक्त वापसी समझौते से किसी को नुकसान नहीं होगा, बल्कि इससे वैश्विक सेब और ड्राई फ्रूट बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में बढ़ावा मिलेगा। इस समझौते के तहत अमेरिकी सेब और अखरोट पर 50% और 100% का एमएफएन शुल्क लागू रहेगा। क्योंकि केवल अतिरिक्त 20% शुल्क हटा दिया गया है। अमेरिकी सेब और अखरोट के आयात के लिए अतिरिक्त प्रतिशोधात्मक शुल्क हटाने से घरेलू सेब उत्पादकों पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

चुग ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि उन्हें वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल और वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारीयों से इस विषय पर चर्चा की है उन्होंने बताया कि व्यापारियों को इस शुल्क को हटाने से कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि बाजार में सभी निर्यातक देशों की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढेगी। अमेरिका को भारतीय इस्पात और एल्युमीनियम निर्यात के लिए बाजार पहुंच बहाल करने के लिए डब्ल्यूटीओ विवाद का समाधान हुआ है इसके तहत अमेरिका अपवर्जन प्रक्रिया के तहत स्टील और एल्युमीनियम उत्पादों को बाजार पहुंच प्रदान करने पर सहमत हुआ है।

चुग ने कहा कि सेब, अखरोट और बादाम पर मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) शुल्क में कोई कटौती नहीं की गई है, जो अभी भी अमेरिकी मूल के उत्पादों सहित सभी आयातित उत्पादों पर क्रमशः 50%, 100% और 100 रुपये प्रति किलोग्राम पर लागू होता है। यह उपाय कम गुणवत्ता वाले सेबों की डंपिंग और भारतीय बाजार में किसी भी आक्रामक मूल्य निर्धारण से रक्षा करेगा।

चुग ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष व्यापारियों को गुमराह करने की ओछी राजनीती से बाज आये, जनता को गुमराह करना बंद करे। आज भारत में प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में सबसे साथ सबका विकास के मुल मन्त्र के साथ देश मजबूती से आगे बढ़ रहा है |

- विज्ञापन -

Latest News