भारतीय पुरातत्व सव्रेक्षण ने ‘एडॉप्ट ए हेरीटेज 2.0’ कार्यक्रम, नया ऐप शुरू किया

नई दिल्लीः भारतीय पुरातत्व सव्रेक्षण (एएसआई) ने ऐतिहासिक धराहरों के संरक्षण में कॉरपोरेट हितधारकों से सहयोग करने की मांग करते हुए सोमवार को ‘एडॉप्ट ए हेरीटेज 2.0’ कार्यक्रम शुरू किया। इस मौके पर ‘इंडियन हेरीटेज’ नामक एक मोबाइल ऐप भी शुरू किया गया जो भारत के विरासत स्मारकों की झलक दिखाएगा। एएसआई के अधिकार क्षेत्र.

नई दिल्लीः भारतीय पुरातत्व सव्रेक्षण (एएसआई) ने ऐतिहासिक धराहरों के संरक्षण में कॉरपोरेट हितधारकों से सहयोग करने की मांग करते हुए सोमवार को ‘एडॉप्ट ए हेरीटेज 2.0’ कार्यक्रम शुरू किया। इस मौके पर ‘इंडियन हेरीटेज’ नामक एक मोबाइल ऐप भी शुरू किया गया जो भारत के विरासत स्मारकों की झलक दिखाएगा। एएसआई के अधिकार क्षेत्र में 3,697 धरोहर आती हैं। संस्कृति मंत्रलय ने कहा कि ये स्मारक न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती हैं बल्कि आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाती हैं।

इस कार्यक्रम में वचरुअल माध्यम से शामिल हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने ‘विरासत भी, विकास भी’ की दूरदृष्टि साकार करने के लिए सभी संस्थाओं से आगे आने और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बेहतर रखरखाव और जीर्णोद्धार में मदद करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि ‘एडॉप्ट ए हेरीटेज 2.0’ कार्यक्रम के तहत कॉरपोरेट हितधारकों के साथ सहयोग मजबूत करने का आह्वान किया गया है जिसके जरिए वे अगली पीढ़ियों के लिए इन स्मारकों के संरक्षण में योगदान दे सकें।

यह कार्यक्रम 2017 में शुरू की गयी योजना का एक नया संस्करण है और यह प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल और अवशेष (एएमएएसआर) अधिनियम, 1958 के अनुसार विभिन्न स्मारकों के लिए मांगी गयी सुविधाओं को स्पष्ट रूप से परिभाषित करता है। इस मौके पर केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन और एएसआई के महानिदेशक के के बासा भी मौजूद थे।

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