किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने की तैयारी करें सेना : Rajnath Singh

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूरी दुनिया में अनिश्चितता की स्थिति को देखते हुए सेना से किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने और उसके अनुरूप रणनीति बनाने तथा तैयारी करने को कहा है। सिंह ने सेना के शीर्ष कमांडरों के पांच दिन के सम्मेलन के तीसरे दिन बुधवार को यहां अपने संबोधन में विश्व.

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूरी दुनिया में अनिश्चितता की स्थिति को देखते हुए सेना से किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने और उसके अनुरूप रणनीति बनाने तथा तैयारी करने को कहा है। सिंह ने सेना के शीर्ष कमांडरों के पांच दिन के सम्मेलन के तीसरे दिन बुधवार को यहां अपने संबोधन में विश्व में मौजूदा जटिल तथा अनिश्चित स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ हाइब्रिड युद्ध सहित गैर परंपरागत युद्ध, भविष्य के पारंपरिक युद्धों का हिस्सा होगा और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हो रहे संघर्षों में भी यह स्पष्ट है। इसके लिए आवश्यक है कि सशस्त्र बलों को रणनीति बनाते और योजना बनाते समय इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए। हमें अतीत में घटी और मौजूदा वैश्विक घटनाओं से सीखते रहना चाहिए। अप्रत्याशित की अपेक्षा करें और उसके अनुसार योजना बनाएं, रणनीति बनाएं तथा तैयारी करें।‘‘

उत्तरी सीमाओं की स्थिति का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सेना पर पूरा भरोसा व्यक्त किया, हालांकि उन्होंने कहा कि मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए सभी स्तरों पर चल रही बातचीत जारी रहेगी। रक्षा मंत्री ने सीमा सड़क संगठन के प्रयासों की सराहना की और कहा कि बल के कर्मियों के कठिन परिस्थितियों में काम करने से पश्चिमी और उत्तरी दोनों सीमाओं पर सड़क संपर्क में सुधार हुआ है।

सिंह ने पश्चिमी सीमाओं की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रतिद्वंद्वी द्वारा छद्म युद्ध जारी रहने के बावजूद सेना सीमा पार आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दे रही है । उन्होंने कहा, ‘‘मैं जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खतरे से निपटने में केन्द्रीय पुलिस बलों तथा राज्य पुलिस और सेना के बीच उत्कृष्ट तालमेल की सराहना करता हूं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में समन्वित अभियान क्षेत्र में स्थिरता और शांति बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं ।

उन्होंने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना की उच्च स्तर की तैयारियों के लिए सराहना की। रक्षा मंत्री ने मातृभूमि की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने एशियाई खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सैन्कर्मियों को बधाई भी दी। सैन्य कमांडरों का सम्मेलन सोमवार को शुरू हुआ था। पांच दिन के इस सम्मेलन के दौरान शीर्ष कमांडर सेना से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा तथा गहन विचार मंथन कर रहे हैं।

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