नेशनल डेस्क: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में सरयू सलिला के किनारे राम की पैड़ी पर दीपोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अयोध्या के 51 घाटों पर करीब 24 लाख दीपक लगाकर गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया जाएगा। इससे पहले 5 बार वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हो चुका है।
डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि अवध विश्वविद्यालय ने दीपोत्सव की भव्यता के लिए कार्य का दायित्व आवंटित कर दिया है। 25 हजार वालंटियर्स विश्व कीर्तिमान के लिए 21 लाख से अधिक दीये प्रज्जवलित करेंगे। इसके लिए 51 घाटों पर पर्यवेक्षकों, समन्वयकों, प्रभारी एवं गणना सदस्यों के कार्य दायित्वों को आवंटित कर दिया गया।
विश्वविद्यालय की कुलपति के कुशल मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंशानुरूप प्रान्तीयकृत दीपोत्सव को भव्य बनाया जाएगा। उन्होंने बताया 11 नवम्बर को दीपोत्सव के दिन 21 लाख से अधिक दीयों को प्रज्ज्वलित करने के लिए 24 लाख से अधिक दीए सजाने के लिए 25 हजार से अधिक वालंटियर्स लगाए गए। दीपोत्सव की तैयारियां को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसके लिए पदाधिकारियों के कार्य दायित्वों का भी निर्धारण कर दिया गया है। नोडल अधिकारी, पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, समन्वयक नियुक्त किए गए। इनकी देखरेख में पुन: विश्व कीर्तिमान बनाया जायेगा।
अयोध्या के राम की पैड़ी व चौधरी चरण सिंह के 51 घाटों पर 12 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए है। इसके अतिरिक्त 95 घाट प्रभारी व एक हजार से अधिक घाट समन्वयक बनाये गए है। घाटों के दीपों की गणना के लिए घाट प्रभारी एवं समन्वयकों की देखरेख में 62 वालंटियर्स को नियुक्त किए गए है।
दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र के हवाले से मीडिया प्रभारी डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी है। 7 नवंबर दोपहर से घाटों पर दीए पहुंचने शुरू हो जाएंगे। 8 नवंबर को दोपहर से सभी घाटों पर वालंटियर्स की मदद से दीए सजाने का कार्य किया जाएगा।