नेशनल डेस्क: दिल्ली सरकार (Delhi government) नागरिक सुरक्षा वालेंटियर्स ( civil defense volunteers)
को अब होमगार्ड (home guards) के रूप में नियुक्त करेगी और इनसे बस मार्शल (bus marshal) का काम लिया जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को दिल्ली के गृहमंत्री कैलाश गहलोत (Home Minister Kailash Gehlot) को पत्र लिखकर नागरिक सुरक्षा वालेंटियर्स को होमगार्ड के रूप में तैनात करने को लेकर योजना तैयार करने का आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा कि उन्होंने नागरिक सुरक्षा वालेंटियर्स को होमगार्ड के रूप में नियुक्त करने का सुझाव देते हुए उपराज्यपाल वी के सक्सेना को भी प्रस्ताव भेजा है और मांग की है कि पर्याप्त संख्या में होमगार्ड की नियुक्ति होने तक इन्हें बतौर बस मार्शल तैनात रखना चाहिए। इनके पास बस मार्शल का काम करने का अच्छा अनुभव भी है इसलिए इन्हें होमगार्ड के रूप में नियुक्त करने के लिए हमें योजना बनानी चाहिए। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि बड़ी संख्या में नागरिक सुरक्षा वालेंटियर्स बतौर बस मार्शल काम कर रहे हैं। इन वालेंटियर्स ने बसों में सफर करने वाली महिला को सुरक्षा प्रदान करने में शानदार काम किया है।
महिला यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ इन्होंने जेबकतरों को पकड़ने समेत अन्य छोटे-मोटे अपराधों को रोकने में भी मदद की है। मैंने इन वालेंटियर्स की ऐसी कई कहानियां सुनी हैं। मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि बस मार्शल के रूप में इनकी तैनाती जारी रखने को लेकर कानूनी आपत्ति जताई गई है। इसमें कहा गया है कि सिविल डिफेंस वालेंटियर्स को लगातार ड्यूटी पर नहीं लगाया जा सकता है। इन्हें सिर्फ किसी आपदा के दौरान ही ड्यूटी पर लगाया जा सकता है। इसलिए ये सुझाव दिया गया है कि सिविल डिफेंस वालेंटियर्स की जगह इन्हें होम गार्ड के रूप में नियुक्त करके बसों में बतौर मार्शल तैनात किया जाए।
उन्होंने कहा है कि सभी सिविल डिफेंस वालेंटियर्स बहुत ही मामूली पृष्ठभूमि से आते हैं। अगर इन्हें अचानक हटा दिया गया तो उनके परिवार को भारी आर्थिक संकट में डाल देगा। इससे एक तरफ सरकार को अनुभवी लोग भी मिलेंगे और दूसरी तरफ इन लोगों की नौकरी भी बच जाएगी।