रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि महादेव सट्टा ऐप में अब सरकार के लोग, अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस कर्मी शामिल हो गए हैं। महंत ने कहा कि यदि सरकार सट्टा को वाकई खत्म करना चाहती है तो उसे सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि इस मामले से जुड़े सभी लोगों पर कठोर कदम उठाए जाएं। नेता प्रतिपक्ष का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। महंत ने आरोप लगाया कि ईडी और सीबीआई के माध्यम से निर्दोष लोगों पर कार्रवाई हो रही है। उन्होंने विधायक देवेंद्र यादव को निर्दोष बताते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर भी सरकार को घेरा।
प्रदेश की कानून-व्यवस्था चरमरा चुकी है और लगातार हो रहे अपराध इसका प्रमाण हैं। महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों में ‘‘एक रहेंगे, सेफ रहेंगे ‘‘बंटोगे, तो कटोगे‘ ’जैसे नारों पर तंज कसते हुए महंत ने कहा कि पेड़ मां के नाम पर लगाए जा रहे हैं और जो कट रहे हैं वह किसके नाम पर कट रहे हैं। उन्होंने हसदेव क्षेत्र में लाखों पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाते हुए सवाल किया कि इसका जवाब कौन देगा। उन्होंने कहा कि चुनावी लाभ के लिए ऐसे नारे दिए जा रहे हैं। उन्होंने मिजोरम की मौजूदा स्थिति पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि वहां वर्षों से हालात बिगड़े हुए हैं लेकिन न तो प्रधानमंत्री वहां गए और न ही गृह मंत्री. आखिर वे वहां क्यों नहीं जाते।
उन्होंने रायपुर उपचुनाव को लेकर कहा कि कांग्रेस पूरी तरह एकजुट होकर चुनाव प्रचार कर रही है और जीत के प्रति आशान्वित है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप के संचालन में सरकार और अधिकारियों की संलिप्तता के महंत के आरोपों पर कड़ा जवाब दिया है। पार्टी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने पलटवार करते हुए कहा कि महादेव ऐप पर कार्रवाई भाजपा का मुख्य एजेंडा है और इस पर लगातार काम किया जा रहा है। गौरीशंकर श्रीवास ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लोग इस ऐप से जुड़कर अवैध कमाई कर रहे थे। उन्होंने कहा,‘‘महादेव ऐप पर कार्रवाई के कारण उनकी ‘‘दुकानदारी‘’ बंद हो रही है और यही वजह है कि वे अब इस तरह से रोना रो रहे हैं।