कांग्रेस 4-सी यानी भ्रष्टाचार, कमीशन, सांप्रदायिकता और अपराधीकरण का पालन करती है : अमित शाह

शिवपुरीः केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस को 4-सी यानी भ्रष्टाचार, कमीशन, सांप्रदायिकता और अपराधीकरण का पालन करने वाला दल बताते हुए कहा कि पार्टी ने प्रख्यात न्यायविद और समाज सुधारक बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किया। मध्य प्रदेश में शिवपुरी के करेरा क्षेत्र में शनिवार को एक चुनावी.

शिवपुरीः केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस को 4-सी यानी भ्रष्टाचार, कमीशन, सांप्रदायिकता और अपराधीकरण का पालन करने वाला दल बताते हुए कहा कि पार्टी ने प्रख्यात न्यायविद और समाज सुधारक बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किया। मध्य प्रदेश में शिवपुरी के करेरा क्षेत्र में शनिवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो कल्याणकारी योजनाएं बंद कर देगी। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव विधानसभा चुनाव होंगे। शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस 4-सी का पालन करती है, अर्थात भ्रष्टाचार, कमीशन, सांप्रदायिक दंगे और अपराधीकरण। कांग्रेस ने बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किया लेकिन उनकी तस्वीर लेकर घूमती है।’’ उन्होंने दावा किया, ”कांग्रेस ने उन्हें भारत रत्न नहीं दिया और हमेशा यह सुनिश्चित करने की साजिश रची कि वह कभी संसद न पहुंचें।”

उन्होंने यह भी दावा किया, ”हमारी सरकार सत्ता में आई तो हमने बाबासाहेब अंबेडकर को भारत रत्न दिया (1990 में जब वी पी सिंह के नेतृत्व में भाजपा सहित गैर-कांग्रेसी राष्ट्रीय मोर्चा सरकार थी)।” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि उरी हमले का बदला लेने के लिए सितंबर 2016 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। उरी हमले में 19 सैनिकों की जान चली गई थी। शाह ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ऐसे हमलों के समय चुप रहती थी, लेकिन मोदी सरकार ने आतंक पर पलटवार करने के लिए हवाई और सर्जिकल स्ट्राइक किए। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।

शाह ने दावा किया, ‘और अगर वह (कमलनाथ) मुख्यमंत्री बनते हैं, तो भाजपा सरकार की लाडली बहना योजना (जिसमें महिलाओं को प्रति माह 1,250 रुपये की सहायता मिलती है) और किसानों के लिए बनाई गई कल्याणकारी योजनाएं बंद कर दी जाएंगी।’ उन्होंने कहा कि 2002 में (लगभग एक दशक के कांग्रेस शासन के बाद) राज्य का बजट 23,000 करोड़ रुपये था, जबकि अब यह 3.18 लाख करोड़ रुपये है। दिसंबर 2018 और मार्च 2020 के बीच के समय, जब कमलनाथ कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के मुख्यमंत्री थे, को छोड़कर भाजपा 2003 से मध्य प्रदेश में सत्ता में है। शाह ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकारों ने मध्य प्रदेश को ‘बीमारू’ राज्य बना दिया था, जबकि भाजपा ने किसानों, दलितों, आदिवासियों, ओबीसी, महिलाओं और युवाओं के लिए काम किया और राज्य का विकास किया। राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।

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