‘बेटियां ऐसी ही होती हैं’, इस फोटो को देख आप भी कहेंगे …PIC देख लोग हुए इमोशनल

नेशनल डेस्क: बेटियों को मां-बाप का दर्द ज्यादा होता है। बेटियां अपने पिता से जायदाद नहीं बल्कि उनका प्यार ही हमेशा चाहती है। सोशल मीडिया पर एक ऐसी फोटो वाय़रल हो रही है जिसे देखकर आप भी कहेंगे कि बेटियां ऐसी ही होती हैं। ओडिशा के भद्रक जिले में एक 14 साल की लड़की अपने.

नेशनल डेस्क: बेटियों को मां-बाप का दर्द ज्यादा होता है। बेटियां अपने पिता से जायदाद नहीं बल्कि उनका प्यार ही हमेशा चाहती है। सोशल मीडिया पर एक ऐसी फोटो वाय़रल हो रही है जिसे देखकर आप भी कहेंगे कि बेटियां ऐसी ही होती हैं।

ओडिशा के भद्रक जिले में एक 14 साल की लड़की अपने घायल पिता को ट्रॉली रिक्शा पर बिठाकर कुद अस्पताल ले जाती दिखी। लड़के के पिता को चोट लग गई थी और उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह एंबुलेंस या किसी गाड़ी को बुला सके। ऐसे में लड़की ने पिता को ट्रॉली रिक्शा पर बैठाया और जिला मुख्यालय अस्पताल (डीएचएच) तक 35 किलोमीटर तक उसे खुद चला कर लेकर गई।

 

दरअसल लड़की जब ट्रॉली रिक्शा चला रही थी और पीछे एक शख्स को बेठे देका तो लोगों ने उससे इस बारे में पूछा। लड़की ने बताया कि उसका नाम सुजाता सेठी है और वह 14 साल की है। सुजाता ने बताया कि वह नदिगान गांव की रहने वाली है। उसके पिता 22 अक्तूबर को घायल हो गए थे, वह उन्हें पहले गांव से लगभग 14 किमी दूर धामनगर अस्पताल ले गईं लेकिन वहां डाक्टरों ने उसे अपने पिता को भद्रक डीएचएच ले जाने को कहा।

 

ऐसे में एंबुलेंस बुलाने के लिए उसके पास मोबाइल फोन नहीं है और न ही गाड़ी के पैसे भरने के लिए पैसे इसलिए पैडल मारकर ट्रॉली चलाई और पिता को अस्पताल लेकर गई। सुजाता ने बताया कि भद्रक डीएचएच के डॉक्टरों ने उन्हें वापस घर जाने और ऑपरेशन के लिए एक सप्ताह बाद आने की सलाह दी। सुजाता ने बताया कि ट्राली उनके पिता की है और वह उसे चलाते हैं।

 

मामले की जानकारी मिलने के बाद भद्रक के विधायक संजीब मल्लिक और धामनगर के पूर्व विधायक राजेंद्र दास लड़की के पास पहुंचे और परिवार की मदद की। वहीं भद्रक के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि अस्पताल में एंबुलेंस सुविधा नहीं है। वहीं उन्होंने कहा कि घायल मरीज का ऑप्रेशन होगा और इस दौरान जब तक वह ठीक नहीं हो जाता अस्पताल में ही रहेगा।

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