एशियाई खेलों में गतका को शामिल कराने के लिए विश्व फ़ेडरेशंस के प्रयास जारी : Harjeet Singh Grewal

प्राचीन भारतीय मार्शल आर्ट गतका, अंतर्राष्ट्रीय संगठन - विश्व गतका फेडरेशन (डब्ल्यू.जी.एफ.) और एशियाई गतका फेडरेशन

हैदराबाद: प्राचीन भारतीय मार्शल आर्ट गतका, अंतर्राष्ट्रीय संगठन – विश्व गतका फेडरेशन (डब्ल्यू.जी.एफ.) और एशियाई गतका फेडरेशन (ए.जी.एफ.) के संयुक्त प्रयासों से वैश्विक मंच पर मान्यता प्राप्त करने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। इन प्रयासों का नेतृत्व करते हुए डब्ल्यू.जी.एफ. के अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल ने बुधवार को हैदराबाद प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान इस संबंध में हुई प्रगति के बारे में जानकारी साझा की।

दुनिया भर में गतका खिलाड़ियों की आकांक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए, ग्रेवाल ने एशियाई खेलों और अंततः ओलंपिक जैसे प्रतिष्ठित खेल आयोजनों में गतका को शामिल करवाने के लिए लगातार किए जा रहे प्रयासों का खुलासा किया। अपनी कोशिशें को रेखांकित करते हुए, उन्होंने इस वर्ष के अंत में पहली एशियाई गतका चैंपियनशिप आयोजित करने की योजना का खुलासा किया, जिसमें कम से कम दस देशों की पुरुष और महिला टीमों के भाग लेने की उम्मीद है।

उत्तरी भारत में अपने पारंपरिक गढ़ों से परे गतका के बढ़ते पदचिह्नों और वैश्विक मान्यता की ओर इसकी यात्रा पर प्रकाश डालते हुए, गतका प्रमोटर हरजीत ग्रेवाल ने उत्तरी अमेरिका में 2026 के लिए निर्धारित पहली विश्व गतका चैंपियनशिप की योजनाओं का खुलासा किया। इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्देश्य दुनिया भर में खेल नियामक संगठनों व निकायों के समक्ष सदियों पुरानी गतका की समृद्ध विरासत और बढ़ती वैश्विक अपील को प्रदर्शित करना है।

गतके की बढ़ती मान्यता और लोकप्रियता को रेखांकित करते हुए डब्ल्यू.जी.एफ. के अध्यक्ष ग्रेवाल ने भारत के भीतर हाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और बताया कि राष्ट्रीय खेलों और खेलो इंडिया यूथ गेम्स जैसे प्रमुख राष्ट्रीय खेल आयोजनों में गतका शामिल हो चुका है। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि देश भर में विभिन्न स्तरों पर गतका प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए 2015 में अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंटों के लिए भारतीय विश्वविद्यालय संघ द्वारा मान्यता दी गई और 2023 में राष्ट्रीय स्कूल खेलों के लिए स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा गतका खेल को मान्यता दिए जाने की रूपरेखा प्रस्तुत की।

सवालों का जवाब देते हुए ग्रेवाल, जो भारत में सबसे पुराने पंजीकृत राष्ट्रीय गतका संगठन, नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनजीएआई) के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर रहे हैं, ने एनजीएआई से संबद्ध अपने 22 राज्य गतका एसोसिएशन्स द्वारा देश भर में इस खेल को बढ़ावा देने और मानकीकृत करने की दिशा में किए जा रहे ठोस प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शेष राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राज्य गतका इकाइयों के गठन के प्रयास किए जा रहे हैं।

भविष्य की रणनीति पर बोलते हुए, ग्रेवाल ने गतका प्रतियोगिताओं की दक्षता, पारदर्शिता और विश्लेषण सुनिश्चित करने के अलावा टूर्नामेंट के रिकॉर्ड और डेटा को बनाए रखने में मदद करने के उद्देश्य से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सूचना प्रौद्योगिकी जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को एकीकृत करने के लिए डब्ल्यूजीएफ और एनजीएआई के बीच सहयोगी पहल का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि ये प्रयास गतका आयोजनों के संचालन में क्रांति लाएंगे जिससे इस प्रतिष्ठित मार्शल आर्ट में नवाचार और उत्कृष्टता के एक नए युग की शुरुआत होगी।

इस मौके पर तेलंगाना गतका एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखदेव सिंह, उपाध्यक्ष गुरमीत सिंह पहाड़िया और गुरविंदरपाल सिंह, महासचिव विशाल सिंह, संयुक्त सचिव हरमेश सिंह रंजन, एडवाइज़र गुरचरण सिंह बग्गा, प्रीतम सिंह, के इलावा जसवीर सिंह, गुरनाम सिंह, गुरविंदर सिंह और नानक सिंह भी उपस्थित थे।

- विज्ञापन -

Latest News