गगनयान मिशन: इसरो ने परीक्षण यान का प्रक्षेपण 30 मिनट बाद के लिए पुर्निनर्धारित किया

श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए अपने पहले परीक्षण यान के प्रक्षेपण को पूर्वनिर्धारित समय से 30 मिनट बाद अंजाम देगा।परीक्षण यान डी1 मिशन के तहत लॉन्च पैड से प्रक्षेपण पहले सुबह आठ बजे होना था, लेकिन अब इसमें बदलाव कर इसे सुबह साढ़े आठ बजे किया गया.

श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए अपने पहले परीक्षण यान के प्रक्षेपण को पूर्वनिर्धारित समय से 30 मिनट बाद अंजाम देगा।परीक्षण यान डी1 मिशन के तहत लॉन्च पैड से प्रक्षेपण पहले सुबह आठ बजे होना था, लेकिन अब इसमें बदलाव कर इसे सुबह साढ़े आठ बजे किया गया है।इसरो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘प्रक्षेपण भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े आठ बजे होगा।’’ मिशन नियंत्रण केंद्र ने भी यह घोषणा की।समय में बदलाव किए जाने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन सूत्रों ने कहा है कि बारिश और बादल छाए रहने के कारण ऐसा किया गया होगा।

समय में बदलाव की घोषणा के तुरंत बाद सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के मॉनिटर पर प्रर्दिशत उल्टी गिनती कर रही घड़ी को हटा दिया गया। शुक्रवार शाम सात बजे से 13 घंटे की उल्टी गिनती शुरू की गई थी।इसरो एकल-चरण तरल प्रणोदक वाले रॉकेट के इस प्रक्षेपण के जरिये मानव को अंतरिक्ष में भेजने के अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘गगनयान’ की दिशा में आगे बढ़ेगा। इस दौरान, प्रथम ‘कू मॉड्यूल’ के जरिये अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का परीक्षण किया जाएगा। इसरो का लक्षय़ तीन दिवसीय गगनयान मिशन के लिए मानव को 400 किलोमीटर की पृथ्वी की निचली कक्षा में अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है।

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