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action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114नेशनल डेस्क: उत्तरकाशी (Uttarkashi) की सिलक्यारा सुरंग (Silkyara Tunnel) में फंसे 41 मजदूरों को आखिरकार 17वें दिन सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। ये मजदूर 12 नवंबर से सुरंग में फंसे हुए थे। मजदूरों को बाहर निकालने में जब सारी मशीनें फेल हो गईं तब रैट माइनर्स ने कमाल कर दिखाया और मजदूरों को सकुशल बाहर निकाला।
मजदूरों को चिन्यालीसौड़ में बनाए गए अस्पताल में ले जाया गया है, जहां 48 घंटे तक तमाम मजदूर डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे। उसके बाद उन्हें उनके परिजनों से मिलने दिया जाएगा। इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि श्रमिकों के स्वस्थ होने पर सरकार की तरफ से एक-एक लाख रुपए के चेक बतौर आर्थिक सहायता के रूप में दिए जाएंगे।
धामी ने कहा कि बाबा बौखनाग और देवभूमि के देवी-देवताओं की कृपा से ऑपरेशन सफल हुआ है। इसलिए बौखनाग देवता का सिलक्यारा में भव्य मंदिर बनाया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर निकल आए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने बाबा बौखनाग के मंदिर बनाने की मांग उठाई है। इस मांग को सरकार पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने इस कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन में 17 दिनों से दिन रात लगी सभी एजेंसियों, कर्मचारियों NDRF, SDRF, ITBP, BRO के साथ ही अंतरराष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स और उनकी टीम और क्रिस कूपर सभी का धन्यवाद किया। धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को सरकार एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा अस्पताल में इलाज और घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में इलाज पर होने वाला खर्चा सरकार उठाएगी। इनके अलावा परिजनों और श्रमिकों के खाने, रहने की भी व्यवस्था सरकार कर रही है। सीएम ने कहा कि श्रमिकों के घर जाने तक का पूरा खर्चा भी सरकार ही उठाएगी।