हरियाणा में कांग्रेस ने संगठन के गठन की प्रक्रिया तेज कर दी है। जिला अध्यक्ष और ब्लॉक समिति के लिए 22 ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैंकांग्रेस नेताओं के मुताबिक ये ऑब्जर्वर अपने जिलों में रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को सौपेंगे। ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के आधार पर जिला अध्यक्ष और ब्लॉक समितियों का नाम तय किया जाएगा।हरियाणा में कांग्रेस का संगठन पिछले करीब 9 साल से भंग है। इसके लिए कांग्रेस की गुटबाजी को जिम्मेदार माना जाता है। कांग्रेस में यहां 4 गुट माने जाते हैं। फिलहाल पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गुट सबसे ताकतवर है। प्रदेश अध्यक्ष को भी उन्हीं का करीबी माना जाता है।
कांग्रेस ने हाल ही में हरियाणा के प्रदेश इंचार्ज को बदला है। पहले यहां शक्ति सिंह गोहिल को लगाया गया था। हालांकि वे गुटबाजी दूर करने को कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद राहुल गांधी के करीबी दीपक बावरिया को भेजा गया है। जिसके बाद कांग्रेस में अब 2 गुट दिख रहे हैं। एक तरफ पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा हैं तो दूसरी तरफ रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी इकट्ठे नजर आ रहे हैं। इन तीनों नेताओं ने हाल ही में पार्टी के कुछ कार्यक्रमों में इकट्ठे होकर हिस्सा लिया है।