चंडीगढ़: हरियाणा में पिछले 1 महीने से चल रहा विधानसभा चुनाव का प्रचार आज शाम 6 बजे थम जाएगा। इसके बाद राजनीतिक दल या प्रत्याशी रैलियां, जनसभाएं, रोड शो और बैठकें नहीं कर सकेंगे। लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी रोक रहेगी। हालांकि मतदाताओं से मिलने और व्यक्तिगत रूप से घर-घर जाकर प्रचार करने की छूट रहेगी। राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों और दूसरे राज्यों के कार्यकर्ताओं को भी राज्य से बाहर जाना होगा। मतदान शनिवार 5 अक्टूबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। इसको देखते हुए सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में 4 और 5 अक्टूबर को 2 दिन के लिए अवकाश घोषित कर दिया गया है।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पंकज अग्रवाल ने कहा है कि प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए पोलिंग पार्टियां 4 अक्टूबर को मतदान केंद्रों के लिए रवाना होंगी। अगर कोई असामाजिक तत्व या राजनीतिक दल अपने प्रभाव के कारण चुनाव ड्यूटी पर जा रहे पोलिंग पार्टी के काम में बाधा उत्पन्न करते हैं तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि अगर मतदान केंद्र के अंदर किसी व्यक्ति का आचरण ठीक नहीं है या पीठासीन अधिकारी के आदेशों की अवहेलना करता है तो उसे ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा मतदान केंद्र से बाहर निकाला जा सकता है। इस बार राज्य चुनाव आयोग ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ा दी है।
2019 के चुनाव में प्रदेश में 19 हजार 812 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इस बार इनकी संख्या 20 हजार 629 होगी। आयोग ने 817 नए मतदान केंद्र बनाए हैं। मतदान केंद्र केवल गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत उन शहरों की सोसायटियों में बनाए जाएंगे, जहां मल्टी स्टोरी बिल्डिंग हैं।
150 मॉडल मतदान केंद्र:
विधानसभा चुनाव में 150 मॉडल मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इसी तरह 125 मतदान केंद्र ऐसे होंगे, जिनकी कमान पूरी तरह महिलाओं के हाथ में होगी। यानी इन मतदान केंद्रों पर केवल महिला कर्मचारी ही ड्यूटी पर रहेंगी। सुरक्षा के लिए महिला पुलिस बल भी तैनात रहेगा।