दरभंगा : संस्कृत दिवस के मौके पर सात दिवसीय संस्कृत सप्ताह समारोह शुरू

दरभंगा: संस्कृत दिवस के मौके पर आज से यहां सात दिवसीय संस्कृत सप्ताह समारोह प्रारंभ हो गया है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ0 घनश्याम महतो ने इस मौके पर संस्कृत- साहित्य में वैज्ञानिक चिन्तन विषयक भाषण प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए कहा कि संस्कृत न पढ़ने वालों की.

दरभंगा: संस्कृत दिवस के मौके पर आज से यहां सात दिवसीय संस्कृत सप्ताह समारोह प्रारंभ हो गया है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ0 घनश्याम महतो ने इस मौके पर संस्कृत- साहित्य में वैज्ञानिक चिन्तन विषयक भाषण प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए कहा कि संस्कृत न पढ़ने वालों की शिक्षा अधूरी मानी जाती है।संस्कृत- दिवस कार्यक्रम प्रतिवर्ष इस विभाग द्वारा मनाया जाता है। भाषण- प्रतियोगिता का विषय अति महत्वपूर्ण एवं समसामयिक है।

डॉ. महतो ने कहा कि यदि कोई संस्कृत से दूरी बनाते हैं तो इसमें संस्कृत भाषा का कोई दोष नहीं, बल्कि संबंधित व्यक्ति में जरुर कोई न कोई कमी है। संस्कृत- साहित्य में वर्णित वैज्ञानिक चिंतन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वैदिक गणित आसानी से और जल्दी गणना करने में सक्षम है। आर्यभट्ट, वराहमिहिर, चरक तथा सुश्रुत आदि संस्कृत- वैज्ञानिकों की रचनाओं में वैज्ञानिक तथ्य पर्याप्त रूप में दिखाई पड़ता है। समारोह के संयोजक डा आर एन चौरसिया ने स्वागत एवं संचालन करते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्र- छात्रओं में संस्कृत ज्ञान का प्रचार- प्रसार किया जा सकता है।

संस्कार एवं संस्कृति की मूल आधारशिला एवं संवाहिका संस्कृत ज्ञान- विज्ञान का अक्षय स्नेत है। संस्कृत सप्ताह के दौरान संस्कृत के शिक्षक एवं छात्र- छात्रएं न केवल सैद्धांतिक कार्यक्रम करेंगे, बल्कि व्यावहारिक रूप से बीच- बीच में अपने समाज के अभिभावकों को संस्कृत अध्ययन के महत्व को बताते हुए अपने से छोटे छात्र- छात्रओं के बीच संस्कृत- शिक्षा का दान करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिताओं में सफलता एवं असफलता के बीच अल्प दूरी होती है, जिसमें कोई जीतता है तो कोई सीखना है।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संस्कृत- प्राध्यापिका डॉ0 ममता सनेही ने संस्कृत सप्ताह एवं संस्कृति के महत्व से छात्र- छात्रओं को अवगत कराया। निर्णायक मंडल के सदस्य के रूप में डा आर एन चौरसिया, डा ममता स्नेही तथा अमित कुमार झा के संयुक्त निर्णयानुसार भाषण- प्रतियोगिता में अक्षय कुमार झा ने प्रथम, अमन कुमार झा ने द्वितीय तथा चन्द्रशेखर झा एवं रितु कुमारी ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया।

- विज्ञापन -

Latest News