चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयुष्मान भारत योजना चलाई गई है। यदि यह योजना शुरू नहीं होती तो पैसे के आभाव में न जाने कितने लोगों को परेशानी उठानी पड़ती। इतना ही नहीं, हरियाणा सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाते हुए चिरायु हरियाणा योजना की शुरूआत की, जिसके तहत आय सीमा को 1 लाख 20 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार रुपये किया, जिससे इस योजना में 15 लाख परिवार और जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 811 चिरायु कार्ड बनाए गए है, जिनमें 26 पात्र लाभार्थियों के इलाज पर 6 लाख 86 हजार रुपए की राशि खर्च की गई है।
मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजन को व्हील चेयर व कृत्रिम अंग भेंट करते हुए उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री आज रेवाड़ी जिले के गांव संगवाड़ी में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 29 जुलाई को जन्मी ज्योति रानी को उपहार भेंट कर शुभकामनाएं दी। उन्होंने संगवाड़ी के तीन व्यक्तियों को जन्मदिन की बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने परिवार पहचान पत्र को भविष्य की योजनाओं का लाभ लेने में फायदेमंद बताया और एक-एक करके जनता को इससे मिलने वाले फायदों से अवगत कराया। उन्होंने यह भी कहा कि अब पीपीपी के तहत ऑटो मोड से वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना शुरू हो चुकी है, जिसके अंतर्गत पात्र व्यक्तियों की पेंशन के लिए आयु पूरी होते ही स्वत: पेंशन बन रही है। अब पेंशन बनवाने के लिए पात्र व्यक्तियों को इधर उधर भटकने की जरूरत नहीं है। संबंधित विभाग के कर्मचारी स्वंय लाभार्थियों के घर पहुंच कर पेंशन की संस्तुति लेने आ रहे हैं। संगवाड़ी गांव में अब तक ऑटो मोड से 200 लाभार्थियों की पेंशन बन चुकी है।