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17 सितंबर की रैली में भिवानी से भारी तादात में पूर्व सैनिक होंगे रवाना : सूबेदार सुरेंद्र कौशिक

भिवानी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2013 में राव तुलाराम की नगरी रेवाड़ी की धरा से पूर्व सैनिकों के हकों को लेकर रैली की थी तथा वायदा किया था, भाजपा की सरकार बनने पर पूर्व सैनिकों को उनके हक दिलवाएं जाएंगे, लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद पूर्व सैनिकों की ओर अधिक दुर्गति हुई है तथा वे लगातार अपने हकों के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो रहे है। ऐसे में पूर्व सैनिक 17 सितंबर को रेवाड़ी में ही रैली कर केंद्र सरकार को अपना वायदा याद दिलाने का काम करेंगे, जिसमें भिवानी जिला से भी भारी संख्या में पूर्व सैनिक शामिल होंगे। यह बात संघर्ष समिति भिवानी के प्रधान सूबेदार सुरेंद्र कौशिक ने रविवार को स्थानीय नेहरू पार्क स्थित शहीद स्मारक् पर समस्त पूर्व सैनिक संगठन भिवानी के बैनर तले आयोजित पूर्व सैनिकों की बैठक को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने पूर्व सैनिकों से आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में रेवाड़ी की रैली में पहुंचे तथा अपनी एकता का परिचय दे। इस मौके पर मुख्य रूप से कप्तान अजीत तंवर, वेटरन महेश चौहान, सूबेदार सुभाष, सूबेदार कपूर सिंह, सूबेदार नरेंद्र सिंह, कैप्टन गुगन सिंह, कमांडो वीर सिंह भी मौजूद रहै।

पूर्व सैनिकों की बैठक को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के अध्यक्ष सूबेदार सुरेंद्र कौशिक ने कहा कि पूर्व सैनिक वन रैंक-वन पेंशन में वेतन विसंगति दूर किए जाने, एक समान मिलट्री सर्विस पे दिए जाने, 2017 के बाद आए प्रीमेच्योर पेंशनर को ओआरओपी में शामिल करने, एक समान डिसेबिलिटी पेंशन, एक समान विधवा पेंशन, रिजर्व भेजे गए जवानों को ओआरओपी में शामिल करने, जेसीओ और ऑनरेरी रैंक को ओआरओपी का लाभ दिए जाने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत्त है, लेकिन केंद्र सरकार उनकी मांग सुनने की बजाए सिर्फ उन्हे बरगलाने का काम कर रही है। जिसके विरोध में 17 सितंबर को रेवाड़ी के हुड्डा ग्राऊंड में रैली की जाएगी तथा अपना हक मांगा जाएगा। इस मौके पर वेटनर महेश चौहान ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने जल्द ही पूर्व सैनिकों की मांगें नहीं मानी तो वर्ष 2024 के चुनाव में भाजपा का विरोध किया जाएगा तथा वोट की चोट से भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का काम किया जाएगा।

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