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किसानों की आज दिल्ली कूच की तैयारी, सरकार का प्रस्ताव ठुकराया

सरकार के प्रस्ताव को किसानों ने मानने से स्पष्ट तौर पर इंकार कर दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है।

अंबाला शहर: सरकार के प्रस्ताव को किसानों ने मानने से स्पष्ट तौर पर इंकार कर दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। शंभू बार्डर पर किसान गत आठ दिनों से डटे हैं, खराब मौसम और तेज हवाओं के बीच किसानों की बार्डर पर संख्या कम नहीं हो रही। क्योंकि बार्डर पर खाने में हर चीज की व्यवस्था की गई है। चाय से लेकर फ्रूट तक की सेवा दी जा रही है। मोर्चे पर सेवा संभाल रहे लोगों का कहना है कि खाने की व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी। किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।

किसानों का कहना है कि उन्होंने दिल्ली कूच के पक्के इरादे से डेरा डाल रखा हैं। उन्होंने कहा कि मांगों को मनवा कर ही घर वापस लौटेंगे। बार्डर पर किसान परिवारों से महिलाएं बच्चे व बुजुर्ग भी लगातार पहुंच अपने-अपने तरीके से योगदान दे रहे हैं।
बता दें कि किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच चली चौथे दौर की वार्ता के बाद सरकार के प्रस्ताव से अधिकांश किसान नाराज हैं। जिसमें किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।

किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि जो सरकार ने प्रस्ताव दिया, उसका अगर नाप-तोल किया जाए तो उसमें कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि ये प्रोपोजल किसानों के पक्ष में नहीं हैं। हरियाणा-पंजाब के किसानों का पेंच धान की एमएसपी पर फंसा है। यही कारण है कि किसान नेताओं ने एक सुर में 21 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया। किसानों ने मंगलवार तक का सरकार को समय दिया है कि वह किसानों की मांगों पर दोबारा से गौर करें अन्यथा बुधवार दिल्ली कूच ही एकमात्र रास्ता बचता है। अंबाला की सुरक्षा लेयर को तोड़ने के लिए भी किसानों ने विशेष बंदोबस्त कर पोकलेन, जेसीबी इत्यादि की व्यवस्था कर ली है।

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