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ग्राम पंचायत ढ़िगाना ने एसीएस को लिखा पत्र: हमारे बच्चों से टैब वापस ले लो, सारा दिन देखते हैं असभ्य चीज

चंडीगढ़: हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे सरकार द्वारा ई-अधिगम योजना के तहत वितरित किए गए टैबलेट का कितना सही इस्तेमाल कर रहे हैं। इसका अंदाजा ग्राम पंचायत ढ़िगाना द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा विभाग को लिखे पत्र को पढ़ने के बाद लगाया जा सकता है। जिसमें ग्राम पंचायत ने एसीएस से बच्चों को वितरित किए गए टैब वापस लेने की गुहार लगाई है। ग्राम पंचायत ढ़िगाना ब्लॉक जुलाना जींद हरियाणा के सरपंच विनोद कुमार ने एसीएस को लिखे पत्र में कहा है कि पिछले दिनों हरियाणा सरकार की पॉलिसी के तहत बोर्ड कक्षाओं में हर बच्चे को एकएक टैब पढ़ने क लिए वितरित किया गया था। सरकार की मंशा थी कि टैक्नॉलोजी के जरिए पढ़ाई का स्तर ज्यादा सुधरेगा, लेकिन जो सरकार ने सोचा था, बिल्कुल उसके विपरित हुआ। स्कूल के बच्चे टैब का दुरुपयोग कर रहे हैं। नए-नए एप डाउनलोड करके बच्चे सारा दिन गेम खेलते हैं या फिर दूसरी असभ्य चीजें देखते रहते हैं। आजकल के बच्चों को हर तरह के सॉफ्टवेयर का ज्ञान है। बच्चे सारा दिन टैब में लगे रहते हैं।

टैब का सदुपयोग की जगह दुरुपयोग का रहा है। अत: आपसे निवेदन है कि स्कूल में बच्चों से टैब वापस लिए जाएं। इस पत्र की सरपंच विनोद ने दैनिक सवेरा से फोन पर हुई बातचीत के बाद पुष्टि भी की है। टैब नहीं बन सकता अध्यापक का विकल्प, पढ़ाई में बना बाधा हरियाणा स्कूल लेरर एसोसिएशन के राज्य प्रधान सतपाल सिंधु का कहना है कि सरकार द्वारा जून 2022 में विद्यार्थियों के लिए लाई गई ई-अधिगम योजना आज तक सिरे नहीं चढ़ पाई है। ग्राउंड रिपोर्ट की बात करें तो सभी बच्चे सॉफ्टवेयर को क्रैक करके एक सामान्य एंड्राइड फोन की भांति इसका प्रयोग कर रहे हैं। दूसरा सरकार ने जो टैब वितरित किए हैं, उनका सॉफ्टवेयर ठीक प्रकार से काम कर नहीं कर रहा है। ज्यादातर गांव में नेटवर्क व बिजली न होने की वजह से बच्चों का टैब काम नहीं कर रहा है। टैब के सॉफ्टवेयर में बच्चों के नाम भी कक्षावार दिखाई नहीं दे रहे हैं।

आजकल 5जी प्रयोग में आ रहा है, वहीं इन टैब में 2जी नेटवर्क दिया गया है। बहुत सारे बच्चों की स्क्रीन ब्लैंक है। कुल मिलाकर जिस उद्देश्य से इस योजना को लाया गया था, वो सिरे चढ़ती दिखाई नहीं दे रही। लगभग 02 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक बोर्ड कक्षाओं के सभी विषय को इन टैब पर अपडेट नहीं किया जा सका है। जब देश दुनिया से कोविड खत्म हो चुका है, निरंतर कक्षाएं ली जा रही है, इस तरह आधी अधूरी तैयारी और अनेक कमियों के साथ ई-अधिगम योजना को छात्रों और अध्यापकों पर थोपा जा रहा है। इस ई-अधिगम योजना का फायदा न तो बच्चों को मिल रहा है और न ही अध्यापकों को।

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