राजस्थान के भरतपुर के दो युवको का गौ तस्करी के शक में अपहरण कर जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने बजरंगदल के संयोजक मोनू मानेसर समेत 3 अन्य के खिलाफ 365,366,367,302-34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जिसके बाद बजरंगदल के गुरुग्राम जिला संयोजक मोनू मानेसर ने वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बता उसे साजिशन इस मामले में फसाने के आरोप लगाए है। वही अब विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल ने पत्रकार वार्ता कर पूरे मामले की सीबीआई से जांच करवाने की बात कही है। जांच होने तक किसी भी गो रक्षक को गिरफ्तार न करने की बात भी कही है।
विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष की माने तो राजिस्थान पुलिस ने पहले अपहरण की एफआईआर दर्ज की थी। उसके बाद कार में दो शव मिले तो मोहित उर्फ मोनू मानेसर व तीन अन्यो के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने बिना जांच किए मामला दर्ज किया है। जबकि न तो गो रक्षकों के मोबाइल की लोकेशन देखी गई और न ही कोई साक्ष्य मिला। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल इसका विरोध करता है।
वही मोनू मानेसर पटौदी में युवक को गोली मारने में 307 का आरोपी है और पुलिस गिरफ्त से बाहर चल रहा है। 6 फरवरी को देर रात गुरुग्राम के पटौदी के बाबर शाह मोहल्ले में मोनू और उसके साथियों को दो समुदायों में चल रहे विवाद में राकेश नाम के युवक ने मदद के लिए बुलाया था जिसके बाद विवाद इतना गहराया के दूसरे(मुस्लिम)पक्ष ने मोनू और उसके साथियो पर पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद मोनू और इसके साथियो ने कई राउंड फ़ायरींग की थी, जिसमे 12वीं क्लास के छात्र को गोली लगी थी । वारदात में मोनू मानेसर मोबाइल कैमरों में फायरिंग करता हुआ कैद हुए था । वीडियो सोशल मीडिया पर भी जम कर वायरल हुआ था। अब मोनू स्वयं को बे कसूर बता रहा है।
वही विश्व हिंदू परिषद ने साफ कर दिया है कि अगर किसी भी गो रक्षक को गिरफ्तार किया तो वह किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है। ऐसे में अब देखना होगा कि राजिस्थान पुलिस क्या कदम उठाती है और विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल क्या रुख अख्तियात करते है।