कैथल: बहुचर्चित ऑनर किलिंग मामले में मंगलवार को गांव क्योडक में किशोर की मां को रिहा करवाने को लेकर महापंचायत बुलाई गई। इस पंचायत में आसपास के 50 से अधिक गांवों के सरपंच व मौजिज व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व अन्य गांव के लोग पुलिस को अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचे थे। उचित कार्रवाई न होने से खफा ग्रामीणों ने सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पंचायत खत्म होने के बाद लोगों ने सामूहिक रूप से धरना स्थल पर ही अपनी सांकेतिक गिरफ्तारी दी। क्योडक के सरपंच जसबीर सिंह ने बताया कि उनके गांव ने आज आसपास के 50 से अधिक गांव के सरपंच व मौजिज व्यक्तियों की महापंचायत बुलाई थी जिसमें निर्णय लिया गया कि यदि पुलिस द्वारा आगामी 5 सितंबर तक आरोपी की मां को रिहा नहीं किया गया तो वे आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए चाहे उनका शहर जाम करना पड़े या रोड उखाड़ने पड़े, वे पीछे नहीं हटेंगे। यह लड़ाई केवल कैथल ही नहीं बल्कि प्रदेश से उठकर पूरे भारत में जाएगी। सरपंच ने कैथल की पूर्व एसपी उपासना पर उनके समाज के लोगों के साथ गलत व्यवहार करने आरोप लगाया। ग्रामीणों ने सरकार व जिला पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि आगामी 5 सितंबर तक किशोर की मां अमिता को रिहा नहीं किया गया तो उनके गांव व आसपास के 50 से अधिक गांवों में आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
गिरफ्तार महिला की रिहाई के लिए महापंचायत ने दी सांकेतिक गिरफ्तारी
