सीवर लाइन में बनी गैस से हुआ बड़ा हादसे, तीन मजदूर हुए हादसे का शिकार

प्रशासनिक लापरवाही के चलते आए दिन कहीं ना कही सुरक्षा उपकरणों के अभाव में सीवर लाइन की सफाई करते वक्त सीवरमैन हादसों के शिकार हो जाते हैं।

पलवल: प्रशासनिक लापरवाही के चलते आए दिन कहीं ना कही सुरक्षा उपकरणों के अभाव में सीवर लाइन की सफाई करते वक्त सीवरमैन हादसों के शिकार हो जाते हैं। ऐसा ही एक हादसा पलवल के उपमंडल हथीन के अनाज मंडी में उस समय हो गया जब मार्केट कमेटी के अधिकारियों द्वारा सफाई कर्मियों को सीवेज की सफाई के लिए के माननीय उच्चतम न्यायालय के द्वारा दी गई।

गाइडलाइन के अनुसार आवश्यक सुरक्षा उपकरण दिए बगैर ही मैनहोल में उतार दिया। ना तो उनके पास ऑक्सीजन गैस किट थी, और ना ही आंखों पर लगाने के लिए चश्मा थे, और ना ही आपातकालीन स्थिति में खींचने के लिए रस्सी था। वही सीवरेज की सफाई के लिए मैनहोल उतरे सीवरमैन राजेश ने बताया कि उन्हें मार्केट कमेटी हथीन के जेई ने हथीन अनाज मंडी में बंद पड़ी सीवर लाइन को खुलवाने के लिए भेजा था। राजेश ने बताया कि करीब 10 मिनट तक वह सीवर में लटका रहा और तब कुछ लोगों ने उसके ऊपर पानी डाला।

उसके बाद उसे कुछ होश आया फिर उसने एक बार फिर हिम्मत जुटाकर लोगों की मदद से एक काम चलाऊ रस्सी की मदद से दोनों साथियों को निकाला। राजेश ने बताया कि मार्केट कमेटी ने उन्हें उतरने से पूर्व किसी भी तरह से कोई सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया था। राजेश ने बताया कि भोला की मौत हो गई जबकि लगभग 35 वर्षीय रुगराज उर्फ इंद्राज अभी जिंदगी और मौत के बीच पलवल के एक निजी अस्पताल में संघर्ष कर रहा है और अब देखने वाली बात होगी कि इस हादसे में स्थानीय प्रशासन और सरकार क्या एक्शन लेती हैप्रशासनिक लापरवाही के चलते आए दिन कहीं ना कही सुरक्षा उपकरणों के अभाव में सीवर लाइन की सफाई करते वक्त सीवरमैन हादसों के शिकार हो जाते हैं।

ऐसा ही एक हादसा पलवल के उपमंडल हथीन के अनाज मंडी में उस समय हो गया जब मार्केट कमेटी के अधिकारियों द्वारा सफाई कर्मियों को सीवेज की सफाई के लिए के माननीय उच्चतम न्यायालय के द्वारा दी गई गाइडलाइन के अनुसार आवश्यक सुरक्षा उपकरण दिए बगैर ही मैनहोल में उतार दिया ना तो उनके पास ऑक्सीजन गैस किट थी, और ना ही आंखों पर लगाने के लिए चश्मा थे, और ना ही आपातकालीन स्थिति में खींचने के लिए रस्सी था। वही सीवरेज की सफाई के लिए मैनहोल उतरे सीवरमैन राजेश ने बताया कि उन्हें मार्केट कमेटी हथीन के जेई ने हथीन अनाज मंडी में बंद पड़ी सीवर लाइन को खुलवाने के लिए भेजा था।

राजेश ने बताया कि करीब 10 मिनट तक वह सीवर में लटका रहा…. और तब कुछ लोगों ने उसके ऊपर पानी डाला उसके बाद उसे कुछ होश आया फिर उसने एक बार फिर हिम्मत जुटाकर लोगों की मदद से एक काम चलाऊ रस्सी की मदद से दोनों साथियों को निकाला। राजेश ने बताया कि मार्केट कमेटी ने उन्हें उतरने से पूर्व किसी भी तरह से कोई सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया था। राजेश ने बताया कि भोला की मौत हो गई जबकि लगभग 35 वर्षीय रुगराज उर्फ इंद्राज अभी जिंदगी और मौत के बीच पलवल के एक निजी अस्पताल में संघर्ष कर रहा है और अब देखने वाली बात होगी कि इस हादसे में स्थानीय प्रशासन और सरकार क्या एक्शन लेती है।

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