अयोध्या: केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर सोमवार को अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रामलला के दर्शन किए और कहा कि 1980 से ही अयोध्या से जुड़ा रहा हूं। उन्होंने कहा कि शायद ही इतने बड़े पत्थरों की नक्काशी का कोई मंदिर हो।
केंद्रीय मंत्री सोमवार को महाकुंभ से लौटने पर रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मेरा सौभाग्य है कि किसी न किसी रूप से 1980 से ही अयोध्या से जुड़ा रहा हूं। उन्होंने कहा कि अशोक सिंघल कल्पना की थी अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनना चाहिए, वह उनके सहयोगी के रूप में लगातार काम करते रहे। 2021 में जब यह मंदिर निर्माणाधीन था। पत्थरों की तराशी हो रही थी, उस समय भी मैंने मंदिर को देखा था। मंदिर निर्माण के बाद प्रभु रामलला के दर्शन किए मन बहुत प्रसन्न हुआ।
उन्होंने कहा कि भगवान रामजी के दर्शन करके ऊर्जा और उत्साह मिलता है। वह बहुत सराहनीय है। भगवान रामलला के मंदिर की जो कल्पना है, वो वर्षों पुरानी है। 400 वर्षों के विवाद के बाद अंत में मंदिर का सपना साकार हुआ। समाज ने भव्य मंदिर का निर्माण कराया है यह बहुत ही सराहनीय कार्य है।
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि इतने बड़े पत्थर पर नक्काशी का मंदिर दुनिया में शायद ही हो। मंदिर का विस्तार दिया जा रहा है। विशालकाय मंदिर बन रहा है। उस समय के पात्र, जो उनके साथ थे। उन सबके भी मंदिर वहां बन रहा है। सुंदर कल्पना की गई है। उत्तर प्रदेश शासन के लोगों का भी धन्यवाद करता हूं।
महाकुंभ को लेकर खट्टर ने कहा कि मेले में रविवार को मैं पूरे दिन रहा, संगम में डुबकी भी लगाई। प्रयागराज आस्था का बड़ा स्थान है। यहां देश दुनिया से लोग आते हैं। समाज में एकता का प्रतीक है। समरसता, एकता में अनेकता जो वहां दर्शन होते हैं, वह अकल्पनीय है। इससे देश को बड़ा बल मिलता है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राम मंदिर के निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात किया। उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित कुवेर टीला का निरीक्षण किया, इसके अलावा परिसर में बन रहे परकोटे और मंदिरों का निरीक्षण किया।