गुरुग्राम: हरियाणा के नूंह जिले में भीड़ ने विश्व हिन्दू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश कर कारों में आग लगा दी। इस दौरान एक होम गार्ड की गोली लगने से मौत हो गई और लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।मुस्लिम बहुल नूंह में हिंसा की खबर फैलते ही, निकटवर्ती गुरुग्राम जिले के सोहना में मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ ने चार वाहनों और एक दुकान को आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क पर घंटों तक आवागमन को बाधित रखा।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में हवाई मार्ग से केंद्रीय बलों की तीन कंपनियां भेजी जा रही हैं। नूंह और गुरुग्राम जिलों में लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा एक हरियाणवी एक का नारा देते हुए नूंह में शांति की अपील की।एक अधिकारी ने बताया कि नूंह हिंसा में करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उनमें से आठ को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया। होडल के पुलिस उपाधीक्षक सज्जन सिंह के सिर में और एक इंस्पेक्टर के पेट में गोली लगी। नीरज नाम के होम गार्ड की अस्पताल में मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि जलाए गए वाहन जुलूस का हिस्सा रहे लोगों और पुलिस के थे। एक वीडियो क्लिप में कम से कम चार कारों को जलते हुए देखा जा सकता है। एक अन्य कथित वीडियो में पुलिस की दो क्षतिग्रस्त कारें दिखाई दे रही हैं। क्लिप में गोलियों की आवाज भी सुनी जा सकती है।पुलिस के अनुसार, विश्वहिन्दू परिषद की ‘बृज मंडल जलाभिषेक यात्र’ को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास युवकों के एक समूह ने रोका और पथराव करने लगे। एक अधिकारी ने बताया कि जुलूस में शामिल कम से कम चार कारों में आग भी लगा दी गई। कुछ पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। खबरों के मुताबिक, जुलूस में शामिल लोगों ने पलटवार करते हुए उन्हें रोकने वाले युवकों पर पथराव किया।
जलाभिषेक यात्र को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ ने गुरुग्राम के सिविल लाइंस से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। जुलूस के साथ पुलिस की एक टुकड़ी भी तैनात गई थी। कुछ दावों के मुताबिक, बल्लभगढ़ में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया एक आपत्तिजनक वीडियो झड़प की वजह बना। ऐसी भी खबरें थीं कि राजस्थान में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या में वांछित गोरक्षक मोनू मानेसर को जुलूस में शामिल होना था।बताया कि उन्होंने विहिप की सलाह पर जुलूस में भाग नहीं लिया, क्योंकि उन्हें डर था कि उनकी उपस्थिति से तनाव पैदा हो सकता है। ट्विटर पर कथित तौर पर उन्हें नूंह आने की चुनौती देने की धमकियां भी दी गईं।
गृह मंत्री विज ने कहा कि वह वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं। विज ने कहा, हमारी पहली प्राथमिकता स्थिति को नियंत्रण में लाना है। हम सभी से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। विज ने कहा कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी बात की।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने का अनुरोध किया। नूंह के विधायक आफताब अहमद और पूर्व विधायक जाकिर हुसैन ने भी इसी तरह की अपील की।