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मनोहर सरकार के दावों की खुली पोल, 72 घण्टे के अंदर किसानों की फसल के भुगतान का दावा हुआ फेल

पानीपत : सरकारी अफसरों की अनदेखी के चलते अनाज मंडियों से नहीं उठाया जा रहा गेहूं। जिस कारण किसानों की फसल का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। पिछले 20 दिन से मंडियों में सवा लाख बोरियां मंडियों में पड़ी हुई हैं जिसका भुगतान किसानों को नहीं हो सकता, ऐसे में किसान के सामने.

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पानीपत : सरकारी अफसरों की अनदेखी के चलते अनाज मंडियों से नहीं उठाया जा रहा गेहूं। जिस कारण किसानों की फसल का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। पिछले 20 दिन से मंडियों में सवा लाख बोरियां मंडियों में पड़ी हुई हैं जिसका भुगतान किसानों को नहीं हो सकता, ऐसे में किसान के सामने अगली फसल बोने के लिए जमीन ठेके पर लेने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

अनाज मंडियों में कछुए की चाल से गेहूं की फसल का उठान किया जा रहा है, जिससे ना केवल किसान बल्कि आढ़तियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एफसीआई व हैफेड के अफसर गोदाम फूल होने का हवाला दे रहे हैं। 20 दिन से मंडियों में गेहूं पड़ा हुआ है जिससे 5 से 6 हजार किसान प्रभावित हो रहे हैं। मंडी के आढ़तियों ने मांग की है कि भले ही मंडियों से फसल का उठान कुछ देरी से हो, लेकिन किसानों की फसलों का भुगतान जल्द किया जाए ताकि किसानों को समस्या का सामना ना करना पड़े। अकेली पानीपत अनाज मंडी में करीबन सवा लाख कट्टे गेहूं के पड़े हुए हैं और बरसात के मौसम में गेहूं लगातार भीग रहा है।

 

 

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