रोहतक: जिला पुलिस की टीम ने साइबर ठगी के एक मामले में यूपी के मथुरा में कॉल सेंटर में रेड की। कॉल सेंटर से एक लैपटॉप व 8 मोबाइल फोन बरामद हुए। पुलिस टीम ठगी के मामले में पकड़े गए एक आरोपी को लेकर मथुरा गई थी, जहां से गिरोह का दूसरा सदस्य भी पकड़ा गया। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस टीम अब तक एक लैपटॉप, 11 मोबाइल फोन, 7 डॉयरी व 10 हजार रूपए बरामद कर चुकी है। गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए भी निरंतर प्रयास चल रहे हैं।
कलानौर निवासी अनिल ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें बताया कि भैस लेने के लिए फेसबुक पर सर्च करने पर लक्ष्मी डेयरी नाम से एक मोबाइल नंबर आया। जिसमें बताया गया कि वीडियो कॉल करके भैस दिखाई जाती है। दिए गए मोबाइल नंबर पर बातचीत के बाद सौदा तय हो गया। 6 दिसंबर 2024 को अनिल को 6 हजार रूपए ट्रांसफर करने के लिए कहा गया, बाकी राशि भैंस मिलने के बाद देनी तय हुई। लेकिन 7 दिसंबर को 16 हजार 500 रूपए और भेजने के लिए कहा। इस प्रकार अनिल ने अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 85 हजार 400 रूपए ट्रांसफर कर दिए। कलानौर पुलिस स्टेशन में इस संबंध में केस दर्ज कर लिया गया था।
एसएचओ सतपाल सिंह ने बताया कि पुलिस जांच टीम ने इस संबंध में 19 मार्च को मथुरा जिला के ओवा गांव के कमल को गिरफ्तार किया था। उसे 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। कमल से 3 मोबाइल फोन व 10 हजार रूपए बरामद हुए। इसके बाद पुलिस टीम ने कमल को साथ लेकर मथुरा के प्रताप नगर स्थित कॉल सेंटर में रेड की। कॉल सेंटर की तलाशी के दौरान एक लैपटॉप, 8 मोबाइल फोन, 7 डायरी व एक हाजिरी रजिस्टर बरामद हुआ। कॉल सेंटर में 6 युवतियां व एक युवक मिला। जांच के दौरान सबूत मिलने पर मथुरा के सरमन को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी कमल का पुलिस रिमांड खत्म होने पर उसे कोर्ट में पेश किया गयां कोर्ट के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। जबकि आरोपी सरमन को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।