अंबाला शहर: दिल्ली कूच के लिए शंभू बार्डर पर पिछले 11 दिनों से डटे किसानों का शुक्रवार को भी बेहद कम काफिला ही वहां नजर आया। वीरवार के बाद शुक्रवार को भी शंभू में सुबह के समय दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा हुआ था और यहां अजीब सी शांति थी। थोड़ी-थोड़ी दूर पर किसान बैठे हुए थे। कुछ ट्रैक्टर-ट्रालियों में सो रहे थे तो कुछ वहीं सडक पर अपना गद्दे बिछाकर धूप में आराम करते हुए नजर आए। हालांकि दोपहर के बाद किसानों ने सरकार के पुतले फूंक शुभकरण की मौत पर रोष प्रकट किया।
इसके बाद फिर से शांति रही। अब शंभू पर यह शांति अब कब तक कायम रहेगी कहा नहीं जा सकता लेकिन किसान पक्ष के शांत रहने के कारण जवान भी रिलेक्स मुद्रा में नजर आए। वहीं बार्डर पर तैनात कर्मियों की तबीयत बिगड़ने का सिलसिला अभी भी बरकरार है। वहीं एक दिन पहले पुलिस ने किसान नेताओं के खिलाफ जो रासुका लगाने का आदेश जारी किया था उसे अगले ही दिन शुक्रवार को वापस लेने के आदेश भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ले लिए।