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पलवल जिले के हथीन खंड में गौ रक्षकों ने की महापंचायत, बड़ी सख्या में पहुंचे रक्षक

पलवल: भिवानी के लोहारू हत्याकांड को लेकर 5 गौ रक्षकों पर दर्ज मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। दर्ज एफआईआर को रद्द करवाने, मामले में सीबीआई जांच एवं गोवध कानून में बदलाव को लेकर पलवल जिले के हथीन में गौ रक्षकों ने महापंचायत का आयोजन किया। पंचायत की अध्यक्षता 52 पालो के अध्यक्ष अरुण जैलदार ने की।

दिखाई दे रहा है यह नजारा पलवल जिले के हथीन खंड की अनाज मंडी का है। जहां गौ रक्षकों द्वारा आयोजित महापंचायत में विभिन्न हिंदू संगठनों के लोग एवं दूरदराज से गौरक्षक पहुंचे हैं। आपको बता दें कि जुनेद और नासिर हत्याकांड में आरोपी बनाए गए गौ रक्षक मोनू मानेसर सहित 5 गौ रक्षकों के नाम जोड़े गए। इनमें से गौ रक्षक श्रीकांत के घर राजस्थान पुलिस पहुंची। जिसकी बर्बरता का शिकार श्रीकांत की गर्भवती पत्नी के पेट में पल रहे बच्चे को उठाना पड़ा। इस घटना के बाद से ही गौ रक्षकों में रोष व्याप्त था। इस केस को झूठा बताते हुए दर्ज मामले को निरस्त करने व राजस्थान पुलिस की बर्बरता को लेकर उन पर सख्त कार्यवाही करने के साथ- साथ गोवध को लेकर कानून में बदलाव की मांग को लेकर महापंचायत में की गई।

महापंचायत में किसी भी तरह की परिस्थिति को संभालने के लिए जिला पुलिस तैनात रही। एडीजीपी ने भी काफिले के साथ महापंचायत स्थल का दौरा कर हालात का जायजा लिया ।महापंचायत में गौ रक्षक गगनभेदी नारे लगाते हुए अपनी आवाज बुलंद करते दिखाई दिए। गौ रक्षकों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया। तो मौजूदा सरकार को आगामी चुनाव में बड़ा खामियाजा उठाना पड़ेगा। महापंचायत में दूरदराज से आए गौ रक्षकों ने दर्ज मामले में गौ रक्षा पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए राजस्थान पुलिस पर कार्यवाही की मांग की। महापंचायत की अध्यक्षता कर रहे अरुण जैलदार ने भी कहां कि गोवध पर पूरी तरह से रोक लगना चाहिए। उन्होंने कहा इस मामले को लेकर राजस्थान सरकार को भी कोई राजनीति नहीं करनी चाहिए। इस मामले में हरियाणा पुलिस राजस्थान पुलिस का सहयोग करने को तैयार है। निर्दोष लोगों को इस केस में न फसाया जाए और मामले की सीबीआई स्तर पर जांच कराई जाए। जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।

 

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