जलभराव के बाद बढ़ा आई फ्लू का खतरा, स्वास्थ्य विभाग स्तर्क,लेकिन अस्पताल में नहीं आंखों की दवाई

हरियाणा: पिछले दिनों आई मानसूनी बरसात से हुए जलभराव के चलते अब जिलाभर में आई फ्लू का खतरा भी बढ़ गया है। प्रतिरोज नागरिक अस्पताल में की जाने वाली ओपीडी में ज्यादातर मरीज आई फ्लू से सम्बंधित है। हांलाकि स्वास्थ्य\विभाग ने इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी है.

हरियाणा: पिछले दिनों आई मानसूनी बरसात से हुए जलभराव के चलते अब जिलाभर में आई फ्लू का खतरा भी बढ़ गया है। प्रतिरोज नागरिक अस्पताल में की जाने वाली ओपीडी में ज्यादातर मरीज आई फ्लू से सम्बंधित है। हांलाकि स्वास्थ्य\विभाग ने इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी है और जोभी व्यक्ति इस बीमारी से बचा हुआ है उसे आई फ्ले पीडि़त मरीज से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। नागरिक अस्पताल की चिकित्सक मीनू ने माना कि इन दिनों आई फ्लू के सबसे ज्यादा मरीज आ रहे है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि विभाग इस बीमारी के प्रति पहले से ही सचेत है और लोगों को भी सचेत रहने के लिए जागरूकता कैम्प लगा रहा है। उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में जोभी ओपीडी हो रही है उसमें 70 से 89प्रतिशत
तक आई फ्लू के ही मरीज है। इनमें अधिकांश बच्चें है। उन्होंने बताया कि विभाग लोगोंं को इस बीमारी के प्रति जागरूक कर रहा है और समय-समय पर कैम्प भी लगा रहा है। इसके लिए अस्पताल मेें ही एक जागरूकता टीम भी बनाई गई है।

उन्होंने आमजन को सलाह दी है कि वह इस बीमारी के प्रति सचेत रहे और घर में प्रयोग की जाने वाली चीजें जैसे तौलिया,दरवाजों के हैंडल का बार-बार प्रयोग न करने के साथ-साथ आई फ्लू से ग्रसित मरीजों से थोड़ी दूरी बना कर रखने की भी सलाह दी है। उधर यह भी संज्ञान में आया है कि आई फ्लू का जोर जहां पूरे जिलाभर में वहीं नागरिक अस्पताल में आई फ्ले ग्रसित मरीज के लिए आंखों की दवाई भी उपलब्ध नहीं है।

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