झज्जर: आज जन्माष्टमी है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव। बहादुरगढ़ में भी जन्माष्टमी के अवसर पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ा हुआ है। बाजारों में खासी भीड़ जन्माष्टमी की खरीदारी में उमड़ी हुई है। मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। हर कोई कान्हा के झूले को झुलाने को आतुर नजर आता है। शहर 0में इस्कॉन द्वारा स्थापित श्री श्री श्री राधा मदन गोपाल जी मंदिर में जन्माष्टमी की छटा बेहद निराली है। भगवान श्री कृष्ण की मनमोहक प्रतिमा को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है। छोटे से पालने में बाल रूप में भगवान कृष्ण को विराजमान किया गया है।
पालने को झुलाने के लिये हर उम्र के महिला और पुरूशों में उत्सुकता और प्रेम का भाव झलकता साफ देखा गया है। स्कॉन द्वारा स्थापित यह मंदिर बेहद खास है। दूर-दूर से श्रद्धालु यहां जन्माष्टमी महोत्सव मनाने पहुंचते हैं। मंदिर के पुजारी चन्द्र चारु दास ने बताया कि इस बार वृंदावन और बरसाना के कारीगरों द्वारा बनी गई बेहद मनमोहक पोशाक बाल गोपाल को पहनाई गई है। इतना ही नहीं बंगाल के कारीगरों द्वारा विशेष रूप से महकते फूलों द्वारा मंदिर परिसर को सजाया गया है। मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई भगवान श्री कृष्ण के बचपन की अठखेलियाँ दर्शाती मूर्तियां भी भक्तों का मन मोह लेती है। यह मंदिर स्थापत्य कला का बेहद सुंदर नमूना है। मंदिर के मुख्य द्वार की नकाशी भी बेहद सुंदर है।
शहर के मुरली मनोहर मंदिर, राज राजेष्वरी मंदिर , देवी मंदिर के साथ सभी मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की मनोहर झांकिंया सजाई गई है। भगवान कृष्ण ने गीता में कहा है कि जो उनके जन्म और कर्म के बारें में जान गया वो मोक्ष को प्राप्त करता है। भगवान कृष्ण ही सब कर्मों का मूल है। भगवान पूजा से प्रसन्न हो कर भगतों की सभी मनोकामना पूरी करते हैं।