गुरुग्राम से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। इसमें चार दोस्त बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़े हो जाते हैं। तभी आसमान से अचानक पेड़ पर बिजली गिरती है और चारों उसकी चपेट में आ जाते हैं। बिजली गिरने की सारी घटना पास के घर में लगे एक सीसीटीवी में कैद हो गई। फिलहाल सोशल मीडिया पर इसका फुटेज वायरल हो रहा है। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि बारिश होने पर चारों व्यक्ति पेड़ के नीचे आकर खड़े हैं। कुछ देर बाद ही आसमान से बिजली गिरती है। घटनास्थल पर आग की लपट दिखाई देती। इसके बाद चारों जमीन पर गिर जाते हैं।
भारत में हर साल 2–3 हज़ार मौतें आकाशीय बिजली से होती हैं। भारत में 1967-2020 तक आकाशीय बिजली गिरने से 1,01,309 से अधिक लोगों की मौतें हुईं और यहीं 2010–2020 में यह घटनाएँ तेज़ी से बढ़ीं। वार्षिक लाइटनिंग रिपोर्ट-2023 अनुसार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में ऐसी घटनाओं में 300% से अधिक वृद्धि देखी गई।
अगर आप खुले मैदान में हैं तो क्या करें ?:-
कई बार मौसम खराब होते वक्त आप किसी खुले मैदान में होते हैं या फिर ऐसी जगह होते हैं जहां दूर-दूर तक सिर छिपाने के लिए कोई घर नहीं है। ऐसे में सबसे पहले तो पेड़, बिजली, टेलीफोन के खंभे या पानी से दूर हो जाएं। उसके बाद जमीन पर अपने पैरों को एक साथ जोड़कर नीचे बैठ जाएंं। अपने सिर को नीचे झुकाकर अपनी छाती से चिपका लें. दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखकर कान बंद कर लें। बैठते वक्त एड़ियां मिलनी चाहिए. ये मौसम खराब होने और बिजली गिरने का खतरा देखते हुए बैठने का सबसे बेहतर तरीका बताया गया है।
क्यों बढ़ रही हैं बिजली गिरने की घटनाएं :-
बिजली गिरने की घटनाओं में देखी जा रही वृद्धि का संबंध प्रकृति और पर्यावरण में तेजी से हो रहे बदलाव और जलवायु परिवर्तन से भी है। एक्सपर्ट बताते हैं, “पिछले पांच सालों में बिजली गिरने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। ऐसा तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन की वजह से हो रहा है। तापमान बढ़ने की वजह से भी बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ रही हैं। हमने शोध में पाया है कि एक डिग्री तापमान बढ़ने से लाइटनिंग में 12 फीसदी की बढ़ोतरी होती है। इसके लिए जरूरी है कि एक दीर्घकालीन ‘क्लाइमेट एक्शन प्लान’ बने, जिसके तहत जलवायु को बेहतर बनाने के प्रयास किए जाएं। “