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सीआरपीएफ इंस्पेक्टर ज्ञानचंद का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, पत्नी ने सुहाग के जोड़े में दी पति को विदाई

जोगिंदर नगर: जोगिंदर नगर उपमंडल के चौंतड़ा स्थित मोक्षधाम में गुरुवार को सीआरपीएफ इंस्पेक्टर ज्ञानचंद का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ किया गया। गमगीन माहौल में “भारत माता की जय” और “ज्ञान चंद अमर रहें” के नारे गूंजते रहे। उनकी पत्नी सुभद्रा ने सुहाग के जोड़े में अपने पति को विदाई.

जोगिंदर नगर: जोगिंदर नगर उपमंडल के चौंतड़ा स्थित मोक्षधाम में गुरुवार को सीआरपीएफ इंस्पेक्टर ज्ञानचंद का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ किया गया। गमगीन माहौल में “भारत माता की जय” और “ज्ञान चंद अमर रहें” के नारे गूंजते रहे। उनकी पत्नी सुभद्रा ने सुहाग के जोड़े में अपने पति को विदाई देकर सभी को भावुक कर दिया।

ज्ञानचंद की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव लाई गई। अंतिम संस्कार के दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने सलामी दी। चौंतड़ा के मोक्ष धाम में हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया।सैंकड़ों लोगों ने पार्थिव देह को श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत माता की जय और ज्ञान चंद अमर रहे के नारों के बीच पूरे क्षेत्र में गमगीन माहौल बना रहा।उनके दोनों बेटे अक्षित और अतुल ने अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की।

एक ही दिन में दो सगे भाइयों की मौत, क्षेत्र में शोक की लहर

ज्ञानचंद, जो पंजाब में सीआरपीएफ इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे, छत्तीसगढ़ में ड्यूटी के बाद छुट्टी पर घर आए थे। मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली ले जाते वक्त पालमपुर के अस्पताल में उनका निधन हो गया था।इसी दिन उनके बड़े भाई रामनाथ (68), जो पेशे से मिस्त्री थे, का सुबह 4 बजे हृदय गति रुकने से निधन हो गया था। दोनों भाइयों की अचानक मौत ने पूरे क्षेत्र को शोकाकुल कर दिया।
रामनाथ अपने पीछे पांच बेटियां, एक बेटा और पत्नी को छोड़ गए, जबकि ज्ञानचंद अपने दो बेटों अक्षित और अतुल के साथ परिवार को असमय अकेला छोड़ गए हैं।

इस दौरान तहसीलदार डॉ मुकुल अनिल शर्मा,विधायक प्रकाश राणा,कांग्रेस नेता जीवन ठाकुर,स्थानीय पंचायत प्रधान रविंद्र कुमार सहित अन्य गणमान्य लोगों ने परिवार को सांत्वना देते हुए उनके दुख को सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।

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