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धार्मिक स्थल चूड़धार में पहली बार उतरा हेलीकॉप्टर, रजनीश किमटा की मौजूदगी में हुआ सफल ट्रायल

सिरमौर (गजेंद्र) : हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार के लिए जल्द हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने जा रही है। कांग्रेस महासचिव और रजनीश किमटा की मौजूदगी में हेलीकॉप्टर का सफल ट्रायल हुआ। ट्रायल के लिए देहरादून से एक निजी कंपनी के 6 सीटर चौपर की सेवाएं ली गईं। कालाबाग में हेलीकॉप्टर उतारने का ट्रायल.

सिरमौर (गजेंद्र) : हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार के लिए जल्द हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने जा रही है। कांग्रेस महासचिव और रजनीश किमटा की मौजूदगी में हेलीकॉप्टर का सफल ट्रायल हुआ। ट्रायल के लिए देहरादून से एक निजी कंपनी के 6 सीटर चौपर की सेवाएं ली गईं। कालाबाग में हेलीकॉप्टर उतारने का ट्रायल किया गया, जोकि सफल रहा। हेलीकाप्टर के ट्रायल के दौरान उपायुक्त आदित्य नेगी भी उपस्थित रहे।

कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने कहा कि चूड़धार में हेलीकॉप्टर की सफल परीक्षण लैंडिंग हुई है। अब हिमाचल के चूड़धार में चूड़ेश्वर महादेव ( शिरगुल महाराज जी) के दिव्य दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करना सभी प्रदेश व देशवासियों के लिए आसान होगा। यह एक सपना था, जो सामूहिक प्रयास से सच हो गया। इसका विशेष श्रेय हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की दूरदर्शिता को जाता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हेली टेक्सी सेवा शुरू की जाएगी, जिससे यहां आने वाले लोगो को काफी राहत मिलेगी।

बता दें, चूड़धार मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केंद्र हैं। यहां सिरमौर के नौहराधार और शिमला के चौपाल से करीब 6 घंटे की चढ़ाई चढ़कर पहुंचा जाता हैं। 11 हजार 965 फीट की ऊंचाई पर स्थित भगवान शिव की मूर्ति भक्तों को भगवान के साक्षात दर्शन का अनुभव कराती हैं। यहां पहुंचने पर शिमला और सिरमौर का खूबसूरत नजारा भी दिखता है। हर साल लाखों की संख्या में भक्त पैदल चढ़कर भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। जिला शिमला और सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी पर विराजमान देवता शिरगुल महाराज में हिमाचल के साथ पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के जौनसार बाबर के भी लाखों लोगों की आस्था हैं।

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