शिमलाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी का आज शुक्रवार सुबह 3.30 बजे निधन हो गया। उन्होंने अहमदाबाद में आज अंतिम सांस ली। हीराबेन को मंगलवार को सांस में दिक्कत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका अंतिम संस्कार गांधीनगर के श्मशान घाट में किया गया, जहां पीएम मोदी और उनके भाईयाें ने मां के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। इस दुखद समाचार के बाद देशभर में शोक की लहर है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूज्य माता जी के निधन पर गहन शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हीराबेन जी का संघर्षपूर्ण व सात्विक जीवन सदैव प्रेरणा है जिनके वात्सल्य व सत्यनिष्ठा से देश को यशस्वी नेतृत्व मिला। मां का जाना अपूरणीय क्षति है, इस रिक्तता की पूर्ती असंभव है। सादगी, तपस्या और कर्म की त्रिवेणी मां के चरणों में सादर प्रणाम निवेदित करता हूँ। ईश्वर प्रधानमंत्री जी व परिजनों को संबल प्रदान करें और पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की पूज्य माता जी के निधन पर गहन शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ।
हीरा बा जी का संघर्षपूर्ण व सात्विक जीवन सदैव प्रेरणा है जिनके वात्सल्य व सत्यनिष्ठा से देश को यशस्वी नेतृत्व मिला।
माँ का जाना अपूरणीय क्षति है, इस रिक्तता की पूर्ती असंभव है।— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 30, 2022
इस दुःख की घड़ी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा जीवन में मां का स्थान सर्वोपरि होता है। इस सृष्टि में मां और संतान के बीच स्नेहिल सूत्र से अनमोल कुछ भी नहीं हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पूज्य माता जी का निधन अत्यंत दुःखद है। ईश्वर दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति प्रदान करें।
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जीवन में मां का स्थान सर्वोपरि होता है।
इस सृष्टि में मां और संतान के बीच स्नेहिल सूत्र से अनमोल कुछ भी नहीं।आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi
जी की पूज्य माता जी का निधन अत्यंत दुःखद है।ईश्वर दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति प्रदान करें।
ॐ शांति! https://t.co/cZZGdX7pvM— Suresh Kashyap (@iSureshBjp) December 30, 2022
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि जब भी नरेंद्र मोदी गुजरात यात्रा पर जाते थे, तो वह मां को बिना मिले नहीं आते थे, उनकी यात्रा मां को मिलकर उनका आशीष लिए बिना पूरी नहीं होती थी। जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामाजिक जीवन में आए और जब मोदी पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री भी बने तब से उनकी मां उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर सामाजिक कार्यों में अग्रिम भूमिका निभाती थी।