कुल्लू के विभिन्न इलाकों में पुलिस द्वारा नशा तस्करों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। मणिकर्ण घाटी में वन और निजी भूमि पर हो रही अवैध भांग की खेती को पुलिस टीम द्वारा नष्ट किया गया है। इस दौरान जिला कुल्लू के विभिन्न इलाकों में पुलिस टीम द्वारा चरस बरामद की गई है।
डीआईजी मधुसूदन की अगुवाई में पुलिस की3 टीमें बनाई गई। जिन्होंने पहाड़ियों के ऊपर बसे दुर्गम इलाकों में 6 से 7 घंटे का सफर तय कर नशे की बड़ी खेप बरामद की। इस दौरान इन टीमों के द्वारा 6 अलग अलग मामलो में चरस और भांग के बीज के साथ 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पहला मामला थाना कुल्लू में दर्ज किया गया है। जहां रूजक थाच से 3. 519 किलो भांग और। 110.572 किलो भांग के बीज बरामद किए गए। इस मामले में 1 नेपाली सहित 13 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया।
दूसरा मामला थाना कुल्लू के अंतर्गत दर्ज किया गया। जहां गांव ग्राहण के पास रजक थाच में एक अज्ञात द्वारा 150 बीघा वन भूमि पर 2 लाख भांग के पौधों की खेती बरामद की गई।
तीसरे मामले में 1 बीघा निजी भूमि पर भांग के 3000 पौधो की खेती की जा रही थी। ये मामला भी ग्राहण का है जिसे कुल्लू थाने के अंतर्गत दर्ज किया गया है।
चौथे मामले में गाहर क्षेत्र से नेपाली रवि बहादुर और 19 अन्य लोगो के पास से 2200 किलो गांजा और 91 हजार रुपए की नकदी बरामद की गई है।
पांचवा मामला गाहर गांव का है।जहां 50 बीघा वन भूमि पर गांजे की अवैध खेती की जा रही थी। गाहर गांव में 20 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा 50 हजार भांग के पौधे लगाए गए थे। कुल्लू थाने के अंतर्गत ये मामला दर्ज किया गया है।
छठा मामले में ब्रह्मगंगा जंगल कर पास 35 बीघा वन भूमि पर 33 हज़ार भांग के पौधे बरामद किया गए है। एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा ये खेती की जा रही थी।
इन सभी मामलो को एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीजीपी हिमाचल पुलिस संजय कुंडू ने बताया की कुल्लू घाटी में इन अलग मामलो मे कुल 34 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। और अब उन्हे अदालत में पेश किया जाएगा। हिमाचल पुलिस नशे की रोकथाम में जुटी हुई है। और पुलिस द्वारा आगे भी नशा तस्करों पर इसी तरह नकेल कसी जाएगी।