Himachal में बड़ा हादसा: चलती बस पर पहाड़ों से गिरा मलबा, 2 लोग हुए घायल

भारी बारिश के बाद 150 सड़कें बंद; धर्मशाला में सबसे ज्यादा 214.6 मिमी बारिश हुई।

शिमला: हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात भारी बारिश हुई। इसके चलते कई जगहों पर भूस्खलन के बाद 150 से ज्यादा सड़कें और 334 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं। सिरमौर के संगड़ाह में आज सुबह बड़ा हादसा टल गया। सिरमौर जिले के रेणुका विधानसभा क्षेत्र में रेणुका-संगड़ाह मार्ग पर कल्थ के पास एक निजी बस पर मलबा गिर गया।

बस चालक और एक महिला को मामूली चोटें आई हैं। यह हादसा शनिवार सुबह संगड़ाह उपमंडल के कल्थ के पास हुआ। अगर चट्टान गिरने के बाद बस अनियंत्रित हो जाती तो खाई में गिरकर बड़ा हादसा हो सकता था। बस पर मलबा गिरने से यात्रियों में चीख पुकार मच गई। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच धर्मशाला में बीती रात सबसे ज्यादा 214.6 मिमी बारिश हुई।

इससे सड़कें और रास्ते पानी से भर गए। पालमपुर में 212.4 मिमी, जोगिंद्रनगर में 169.0 मिमी, कांगड़ा में 157.6 मिमी, बैजनाथ में 142.0 मिमी, जोत में 95.4 मिमी, नगरोटा सूरियां में 90.2 मिमी, सुजानपुर टीहरा में 72.0 मिमी, धौलकुआं में 70.0 मिमी, घमरौर में 68.2 मिमी, नादौन में 63.0 मिमी और बरठीं में 58.8 मिमी बारिश हुई। राज्य में मानसून ने धीरे-धीरे प्रवेश किया था।

लेकिन अब मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। राज्य के आठ जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। जुलाई के पहले पांच दिनों में राज्य में सामान्य से 59 फीसदी अधिक बारिश हुई। लेकिन चार जिले ऐसे हैं जहां अभी भी बारिश सामान्य से कम है। संगड़ाह के कलथ में सबसे अधिक बारिश हो रही है। मंडी जिले में 5 जुलाई तक सामान्य से 265 फीसदी अधिक बारिश हुई है।

इस दौरान मंडी में औसतन 40.2 मिमी बारिश होती है। लेकिन इस बार 146.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। शिमला जिले में भी सामान्य से 156 फीसदी अधिक बारिश हुई है। शिमला में 5 जुलाई तक सामान्य बारिश 25.2 मिमी होती है। लेकिन इस बार 64.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार 11 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान है। 8 और 9 जुलाई को मानसून की गति थोड़ी धीमी रहेगी। 10 जुलाई को मानसून फिर से सक्रिय होगा।

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