हमीरपुर (कपिल) : हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में भर्ती पेपर लीक मामले के चारों आरोपियों को 27 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। एसआईटी और विजिलेंस ने उमा आजाद, उसके 2 बेटों सहित 13 लोगों के खिलाफ अभी तक मामला दर्ज किया है। स्थानीय एडवोकेट केसी भाटिया के अनुसार आयोग में मुख्य आरोपी एवं आयोग से निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद और उसके 2 बेटों नितिन आजाद, निखिल आजाद और एक अन्य आरोपी संजीव को हमीरपुर न्यायालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया, क्योंकि ड्राइंग मास्टर भर्ती पेपर मामले में आरोपी बिलासपुर से ताल्लुक रखने वाली सुनीता की अग्रिम जमानत याचिका प्रदेश उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी है।
इसलिए अब इस मामले की जांच में और तेजी आएगी, क्योंकि उसकी गिरफ्तारी भी अब जल्द हो सकती है। विजिलेंस सुनीता से मामले के तार कहां तक फैले हुए पूछताछ के बाद ढूंढेगी। एफआईआर दर्ज करने की स्वीकृति मिलने के बाद भी अभी तक आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है। पिछले दो दिनों से विजिलेंस के अधिकारी बाहर बताए जा रहे हैं जिस कारण मामले में देरी हो रही है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी को लेकर भी चर्चा खूब हो रही है। हालांकि विजिलेंस की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेनू शर्मा ने बताया कि उन्हें पूछताछ के लिए जल्द बुलाया जाएगा।