शिमला: हिमाचल प्रदेश के सभी अस्पतालों में डॉक्टर बुधवार को सामूहिक अवकाश पर रहे। हड़ताल से मरीजों और उनके तीमारदारों को सुबह से ही परेशानियों का सामना करना पड़ा। खासकर वे मरीज जिन्हें डॉक्टरों की स्ट्राइक की जानकारी नहीं थी। चिकित्सकों की स्ट्राइक के कारण मरीजों को प्राइवेट अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है। जो मरीज अस्पतालों के अलग-अलग वार्डो में भर्ती हैं, उन्हें देखने भी डॉक्टर नहीं आ रहे। इससे लोगों में सरकार और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ रोष पनप रहा है। इससे पहले डॉक्टर कुछ दिन तक काले बिल्ले लगाकर और कुछ दिन सुबह 9 से 12 बजे तक पेन डाउन स्ट्राइक कर चुके हैं।
लेकिन वीरवार को सभी डॉक्टरों ने विरोध स्वरूप सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला लिया है। सूबे में लगभग 2600 डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इनकी हड़ताल की वजह से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला व राज्य स्तर के अस्पतालों में मरीज और उनके तीमारदार डॉक्टरों की बाट जोह रहे हैं। चिंता इस बात की है कि कल भी शिवरात्रि की छुट्टी है। इससे मरीजों का मर्ज और बढ़ जाएगा। लेकिन डीडीयू एमएस लोकेंद्र शर्मा ने कहा कि अस्पताल में इलाज कराने दूरदराज ओर स्थानीय लोग भी काफी आए थे। ज्यादातर लोगों को मालूम नहीं था कि डॉक्टर सामूहिक अवकाश पर हैं हमारी आपातकालीन सेवाएं चल रही हैं। डाक्टर अस्पताल में दाखिल मरीजों को भी नियमित रूप से देख रहे हैं।