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राजीव बिंदल ने कांगड़ा के रजत अवस्थी और अर्जुन चौधरी को पत्र लिखकर चंद्रयान मिशन में भूमिका निभाने पर दी बधाई - Dainik Savera Times | Hindi News Portal
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राजीव बिंदल ने कांगड़ा के रजत अवस्थी और अर्जुन चौधरी को पत्र लिखकर चंद्रयान मिशन में भूमिका निभाने पर दी बधाई

शिमला (गजेंद्र) : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने चंद्रयान मिशन में कांगड़ा के रजत अवस्थी और अर्जुन चौधरी को भूमिका निभाने पर पत्र लिख शुभकामनाएं दी। बिंदल ने पत्र में लिखा की चंद्रयान- 3 की चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिग होने पर आपको बहुत-बहुत बधाई। मिली जानकारी के अनुसार आपका महत्वपूर्ण योगदान.

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शिमला (गजेंद्र) : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने चंद्रयान मिशन में कांगड़ा के रजत अवस्थी और अर्जुन चौधरी को भूमिका निभाने पर पत्र लिख शुभकामनाएं दी। बिंदल ने पत्र में लिखा की चंद्रयान- 3 की चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिग होने पर आपको बहुत-बहुत बधाई। मिली जानकारी के अनुसार आपका महत्वपूर्ण योगदान इस बड़े अभियान में रहा। इसको लेकर हम हिमाचलवासी गौरवान्वित महसूस करते हैं। आपके योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए आपके सफल जीवन की कामना करता हूँ।

भारत के चंद्रयान- 3 उपग्रह के विक्रम लैंडर की चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही इतिहास के पन्नों में प्रदेश के कांगड़ा जिले का भी नाम जुड़ गया है। कांगड़ा जिले के रजत अवस्थी पुत्र धनी राम अवस्थी और डॉ. अनुज चौधरी पुत्र अमर सिंह चंद्रयान-3 को पृथ्वी की कक्षा में पहुंचाने वाले रॉकेट की कंट्रोलिंग कर इस मिशन का हिस्सा बने हैं। रजत अवस्थी इसरो में 2012 से सेवाएं दे रहे हैं। उनका जन्म 1989 को सेवानिवृत्त बीडीओ धनी राम अवस्थी के घर में हुआ है।

पढ़ने में होशियार रजत की दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई सिद्धपुर के सेक्रेट हार्ट स्कूल में हुई है। 12वीं करने के बाद रजत ने स्पेस साइंस में बीटेक की पढ़ाई की और 2012 में इसरो में सेवाएं देने के लिए चुने गए। वहीं, दो साल की सेवाओं के दौरान 2014 में उन्हें इसरो में टीम एक्सीलेंसी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। चंद्रयान- 3 मिशन से पहले रजत मंगलयान और चंद्रयान-2 का भी हिस्सा रह चुके हैं। 27 साल के डॉ. अनुज चौधरी की पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई है। पहली से लेकर आठवीं तक अनुज गांव के ही मिडिल स्कूल जंदराह में पढ़े हैं, जबकि नवमी तथा मैट्रिक बाबा बड़ोह में करने के बाद बारहवीं की परीक्षा ग्रीन फील्ड स्कूल नगरोटा बगवां से पास की। बचपन से ही अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने का सपना लिए अनुज ने मास्टर आफ साइंस की डिग्री स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से की, जबकि पेनसिलवेनिया विश्वविद्यालय से एमबीए किया।

अनुज चौधरी ने अमेरिका में एमआईटी से पीएचडी की है, जहां से अंतरिक्ष शोध की चाहत के चलते उन्होंने यूरोपियन स्पेस एजेंसी में सिलेक्शन के लिए एग्जाम दिया था। अनुज ने इस एजेंसी में 12वें रैंक के साथ अपनी जगह पक्की की थी। अनुज के पिता दिल्ली में अकाउंटेंट हैं, जबकि उनकी माता सरिता देवी गृहिणी हैं। प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल का पत्र लेकर मंडल अध्यक्ष सोनी चौधरी और डॉ विशाल नेहरिया अर्जुन और रजत के घरवालों से मिले और उनको शुभकामनाएं भी दी।

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