Shimla में भूकंप और भूस्खलन को लेकर देशभर से आए वैज्ञानिकों ने किया मंथन

शिमला (गजेंद्र): पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बढ़ रहे भूवैज्ञानिक खतरों विशेषकर भूकंप और भूस्खलन पर शिमला में राज्य आपदा प्रबंधन और हिमकोस्ट द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आज संपन्न हुई इस राष्ट्रीय कार्यशाला में वैज्ञानिकों ने हिमालय क्षेत्र में बढ़ रहे भू वैज्ञानिक खतरों के कारणों और इसके रोकथाम के लिए विचार.

शिमला (गजेंद्र): पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बढ़ रहे भूवैज्ञानिक खतरों विशेषकर भूकंप और भूस्खलन पर शिमला में राज्य आपदा प्रबंधन और हिमकोस्ट द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आज संपन्न हुई इस राष्ट्रीय कार्यशाला में वैज्ञानिकों ने हिमालय क्षेत्र में बढ़ रहे भू वैज्ञानिक खतरों के कारणों और इसके रोकथाम के लिए विचार विमर्श किया।

कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त करने पहुंचे वैज्ञानिकों ने बताया कि भूकंप और लैंडस्लाइड जैसी प्राकृतिक आपदाएं हिमालय क्षेत्र के लिए
एक बड़ा खतरा बना हुआ है इनका मानना है कि दोनों ही स्थितियों में मानव निर्मित आपदा की वजह से ही नुकसान अधिक होता है वैज्ञानिकों का कहना है कि जहां लैंडस्लाइड के लिए काफी हद तक पहाड़ों से विकास के नाम पर छेड़छाड़ जिम्मेदार है।

वहीं भूकंप में भी जान माल का नुकसान भावना अथवा अन्य निर्माण स्थलों के गिरने से होता है इसलिए वैज्ञानिकों ने भविष्य में इन खतरों को देखते हुए निर्माण संबंधी नियमों को बनाने और उनका शक्ति से पालन करने के साथ ही आम लोगों में जन जागरूकता को बढ़ाने पर भी बल दिया है।

- विज्ञापन -

Latest News