SDM निशांत तौमर ने ग्रामीणों से भी किया प्राकृतिक स्त्रोतों को सवारने और साफ-सुथरा रखने का आग्रह

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : रामपुर उपमंडल में गर्मी के मौसम में सूखे जैसे हालात से निपटने के लिए एसडीएम रामपुर निशांत तौमर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की! बैठक में उन्होंने बताया कि गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है। ऐसे में क्षेत्र में सूखे जैसे हालात से निपटने के लिए सभी विभागों.

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : रामपुर उपमंडल में गर्मी के मौसम में सूखे जैसे हालात से निपटने के लिए एसडीएम रामपुर निशांत तौमर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की! बैठक में उन्होंने बताया कि गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है। ऐसे में क्षेत्र में सूखे जैसे हालात से निपटने के लिए सभी विभागों को तैयार रहना बेहद जरुरी है, जिसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को सूखे जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। एसडीएम ने बताया कि इस बार बर्फबारी कम होने का कारण पेयजल में कमी और जंगलों में आग लगने जैसी घटनाएं बढ़ने का अंदेशा है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए उन्होंने अधिकारियों को मुस्तैद रहने और आपसी समन्वय से कार्य करने को कहा हैं।

उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा कि उपमंडल में पानी की कमी वाले क्षेत्रों की पहचान की जाए। साथ ही पानी को टैंकर के माध्यम से लोगों तक पानी पहुंचाने का प्रयास करें। पानी के टैंकरों को भरने के लिए स्त्रोत चिन्हित करने, खराब पड़े हैंडपंप को ठीक करने, सभी विभागीय योजनाओं के पेयजल स्त्रोतों को स्वच्छ करने, पानी के टैंकरों को साथ कर्मी की नियुक्ति करने जैसे अहम आदेश अधिकारियों को दिए गए।

इसी तरह अग्निशमन और वन विभाग के अधिकारियों को फायर हाइड्रेंट की स्थिति जांचने, मुरम्मत करने, अग्निशमन से संबंधित उपकरणों को दुरुस्त करने, आग के लिए संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने को कहा गया। कृषि एवं बागवानी विभाग के अधिकारियों को किसानों को सूखे से होने वाले नुक्सान का आकलन करने के लिए भी तत्पर रहने के निर्देए दिए गए हैं। एसडीएम ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, पुलिस विभाग, पशुपालन विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सूखे से निपटने के लिए विभागीय स्तर पर हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया है।

वहीं इस दौरान एसडीएम ने रामपुर वासियों से भी आहवान किया है कि वह अपने अपने क्षेत्र में पानी के प्राकृतिक स्त्रोतों को सवार कर रखें, और इन स्त्रोतों के आसपास सफाई व्यवस्था बनाएं रखें। एसडीएम ने बताया कि जब पानी के सूखे जैसे हालात पैदा हो जाते हैं तो हमें प्राकृतिक स्त्रोतों का ही सहारा लेना पड़ता है। इसीलिए ग्रामीण पहले ही उन्हें साफ सुथरा बनाए रखें। एसडीएम ने बताया कि पानी का दुरूपयोग न करें आवश्यकता के अनुसार ही प्रयोग करें।

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