शिमला: संजौली कॉलेज में छात्र के साथ छेड़छाड मामले को लेकर आंदोलनरत एसएफआई के 6 छात्रों को निष्कासित कर दिया गया जिसके विरोध में एसएफआई राज्य कमेटी द्वारा कॉलेज में जोरदार प्रदर्शन किया गया। वहीं इस प्रदर्शन को लेकर कॉलेज प्रशासन द्वारा पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए। कॉलेज प्रशासन का पूरा प्रयास रहा कि प्रदर्शनकारी गेट के अंदर प्रवेश न करें। जिसको लेकर कॉलेज गेट पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई, लेकिन एसएफआई कार्यकर्ताओं ने पुलिस की घेराबंदी के बावजूद गेट से अंदर प्रवेश करने की कोशिश की और इस दौरान कार्यकर्ताआंे और पुलिस कर्मियों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। जिसके बाद कार्यकर्ता वहीं जमीन पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। वहीं बिगडते मौहाल को देखते हुए एसडीएम शहरी भानू गुप्ता मौके पर पहुंचे और एसएफआई कार्यकर्ता और कॉलेज प्रशासन के बीच वार्ता को प्रयास करवाया और जल्द मामला सुलझाने के निर्देश दिए। खेर इसके बाद कॉलेज का माहौल शांतिपूर्व बना।
वहीं एसएफआई के राज्य सचिव दिनित ने कहा की प्रशासन से बात चीत के दौरान हमने यह मांग रखी की कुछ प्रोफेसर जो महाविद्यालय में राजनीति करते है और छात्रों से हाथापाई करते हुए भी पाए गए है उन सख्त कार्यवाही की जाए और 6 छात्रों के निष्कासन वापस लिया जाए अगर निष्कासन वापस नही लिया जाता है तो लडाई को हम कॉलेज के अंदर भी लड़ेंगे और कानूनी तौर पर भी लड़ेंगे और अगर इस कारण से अकादमिक वातावरण बाधित हुआ तो खुद कॉलेज प्रशासन जिमेवार होगा वहीं इस पूरे मामले पर कालेज प्रिंसिपल भारती भांगड़ा ने बताया कि एसएफआई कमेटी के सदस्यों के साथ वार्ता की गई है। निष्कासित छात्रों के मामले पर कॉलेज की एडवाइजरी कमेटी फैसला लेगी।