शिमला (गजेंद्र) : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इन दोनों स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है। लगातार हो रही बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन और पेड़ गिरने की घटनाएं पेश आई है। ऐसे में शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ग्राउंड जीरो पर जाकर खुद प्रभावित इलाकों का जायजा ले रहे हैं। इस बीच में सुरेंद्र चौहान के पास दफ्तर आने का वक्त नहीं है। दफ्तर में भी कई ऐसी फाइल हैं, जिन्हें निपटना जरूरी है। ग्राउंड जीरो पर प्रभावितों को मिलने के साथ दफ्तर के काम भी निपटाए जा सके, इसके लिए मेयर सुरेंद्र चौहान ने एक दिलचस्प तरीका ढूंढ निकाला है।
शिमला नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान सड़क पर बैठकर ही फाइल साइन कर रहे हैं। जल्द ही नगर निगम शिमला का हाउस भी लगने वाला है। ऐसे में मेयर को कई अहम फाइल निपटानी हैं। इसके अलावा शहर भर से असुरक्षित पेड़ों को काटने की एप्लीकेशन भी उनके पास आ रही हैं। मेयर के पास दफ्तर जाने का वक्त तो है नहीं। ऐसे में वे ग्राउंड जीरो पर ही फाइल में मंगाकर उन्हें निपटा रहे हैं।
आपदा के बीच मेयर सुरेंद्र चौहान का ग्राउंड जीरो पर काम करना और साथ ही लोगों के लिए उनका सेवा भाव काबिल-ए-तारीफ है। हर कोई महापौर सुरेंद्र चौहान के इस दिलचस्प उपाय की तारीफ कर रहा है। मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि वह ग्राउंड जीरो पर हैं। उनके दफ्तर जाने का वक्त नहीं है। ऐसे में वह यहीं अहम फाइलों को निपटा रहे हैं।
वहीं महापौर अधिकारियों के साथ शनान मे बीते दिन हुए लैंडस्लाइड का जायजा लेने पहुचे हैं। उन्होंने कहा कि यहां उपड से सैकड़ों पेड़ बह कर नीचे आ गए है, जिन्हें हटाने का काम किया जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि शहर में ड्रेनेज सिस्टम ठीक न होने से लैंडस्लाइड हो रहे है जिन्हें ठीक करने की जरूरत है।