Himachal Pradesh : कुल्लू के देव सदन में सूत्रधार कला संगम के द्वारा होली संध्या का आयोजन किया गया। तो वही इस होली संध्या में होली के गीतों के तराने भी खूब गूंजे। ऐसे में सूत्रधार कला संगम के कलाकारों के द्वारा बृज और अवध की बोली में भी गीत गाए गए और पूरा देवसदन खेले मसाने में होली जैसे गीतों से झूम उठा। सूत्रधार कला संगम के द्वारा होली संध्या कार्यक्रम का आयोजन कुल्लू के देवसदन में किया गया। जिसमें नगर परिषद कुल्लू के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं मुख्य अतिथि गोपाल कृष्ण के द्वारा देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लेने वाले युवाओं को भी विशेष रूप से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
सूत्रधार कला संगम के अध्यक्ष दिनेश सेन ने बताया कि हर साल संस्था के द्वारा होली संध्या का आयोजन किया जाता है। जिसमें स्वर्गीय राम कपूर के द्वारा रचित होली के गीतों को भी गया जाता है। होली के गीत के माध्यम से कलाकार दर्शकों का मनोरंजन करते हैं। तो वही सदियों से चली आ रही इस परंपरा का भी निर्वाह किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस साल भी होली संध्या में कलाकारों के द्वारा ब्रज और अवध की बोली में गीत प्रस्तुत किए गए और विशेष कलाकारों के द्वारा होली के गीतों के माध्यम से दर्शकों को भी खूब नचाया गया।
वहीं मुख्य अतिथि पहुंचे गोपाल कृष्ण महंत ने संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सूत्रधार कला संगम के द्वारा जिला कुल्लू की लोक संस्कृति को लेकर विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है और संस्था के कलाकार देश-विदेश में कुल्लू की संस्कृति की छाप छोड़ चुके हैं। ऐसे में संस्था के द्वारा युवाओं को भी अपने साथ जोड़ा जा रहा है। ताकि युवा नशे को छोड़कर अपनी संस्कृति लोकगीतों के संरक्षण की दिशा में काम कर सके। नगर परिषद कुल्लू के द्वारा भी संस्था का हर समय सहयोग किया जाएगा और नशा विरोधी आंदोलन में भी नगर परिषद कुल्लू के द्वारा विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है