सरकार की जनविरोधी नीतियों का विधानसभा से लेकर सडक़ तक होगा विरोध: Jairam Thakur

नेता प्रतिपक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नई साल से नई भूमिका में नज़र आएगी। मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जयराम ठाकुर ने कहा कि जनहित की नीतियों पर सत्तापक्ष का सहयोग करेंगे। लेकिन जनविरोधी नीतियों के चलते सरकार का विधानसभा के अंदर और बाहर.

नेता प्रतिपक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नई साल से नई भूमिका में नज़र आएगी। मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जयराम ठाकुर ने कहा कि जनहित की नीतियों पर सत्तापक्ष का सहयोग करेंगे। लेकिन जनविरोधी नीतियों के चलते सरकार का विधानसभा के अंदर और बाहर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सशक्त विपक्ष की भूमिका में अपने दायित्व का निर्वहन करेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है जब 0.9 मत प्रतिशत की बढ़त के साथ कोई पार्टी सरकार बनाने में कामयाब हुई है। जयराम ठाकुर ने कहा कि आमतौर पर चार से पाचं प्रतिशत का अंतर दोनों दलों के बीच रहता था। 2017 में उनकी सरकार सात प्रतिशत मतों के अंतर से बनी थी। उन्होंने मंडी वासियों का आभार करते हुए कहा कि मंडी ने भाजपा का खुलकर समर्थन किया। मंडी में कार्यकर्ता ही नहीं आम जनता भी चट्टान की तरह खड़ी रही।

उन्होंने कहा कि थोड़ी सी कमी से सरकार नहीं बना सके, लेकिन मैं कह सकता हूं कि मंडी में सरकार हमारी ही रहेगी। उन्होंने कहा कि 1993, 2017 और 2022 में हमने 9 सीटें जीती हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी को वर्तमान सरकार नजरंदाज नहीं कर पाएगी। हम मात्र 35000 मतों के अंतर से हम हारे है और ये अंतर बहुत कम है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का 2022 में परिणाम निकला था और 2023 में भी मंत्रिमंडल नहीं बना। जबकि हिमाचल जैसे छोटे से प्रदेश में उपमुख्यमंत्री भी बना दिया और मंत्रिमंडल बनाना जरूरी नहीं समझा गया। जबकि कांग्रेस ने दावा किया था कि सरकार बनने के बाद मंत्रीमंडल की पहली बैठक में ओपीएस और 18 से साठ साल की महिलाओं को 1500 रूपए प्रतिमाह देने बारे फैसला लिया जाएगा। और उसे दस दिन के बाद लागू कर दिया जाएगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि लगभग एक हज़ार संस्थान जो हमने खोले थे वे सब बदले की भावना के चलते बंद कर दिए हैं।

अब इनके पास भी इसका सही आंकड़ा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने बिना किसी भेदभाव के ये संस्थान खोले थे। मगर ये गलत परंपरा इस सरकार ने शुरू की है। सब कुछ बंद और मंत्रिमंडल का गठन भी बंद। जयराम ठाकुर ने कहा कि किसी संस्थान को खोलने और बंद करने का निर्णय मंत्रिमंडल ही ले सकता है। लेकिन यहां जिनकी अभी तक शपथ ही नहीं हो पाई है वो संस्थान बंद करने की सिफारिशें कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जनविरोधी निर्णय लेंगे तो विस के अंदर भी और बाहर भी डटकर हम विरोध करेंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के विधायक ही मेरे से कह रहे हैं कि ये संस्थान बंद नहीं होने चाहिए थे। मैं उनको कहना चाहता हूं कि वे लिखकर अपने मुख्यमंत्री को दें। पूर्व मंत्री कौल सिंह पर कटाक्ष करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि बहुत बहुत बड़े लोग थे यहां जो कहते थे हम बहुत अनुभवी हैं और वरिष्ठता में हमारी बारी है लेकिन पूर्ण चंद ठाकुर जी ने उनकी सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। आगे बढऩे का इस सरकार ने एक भी निर्णय नहीं लिया है। एक माह का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। हिमाचल के इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि किसी सरकार के खिलाफ लोग दस दिनों में सडक़ों पर उतर आए हैं। ये दौर लंबा नहीं चलेगा अस्थिरता का माहौल कांग्रेस में हमारी वजह से नहीं इनकी अपनी वजह से पैदा हो रहा है।

उन्होंने कहा कि कहा कि बल्ह हवाई अड्डे की कई औपचारिक्ताएं उनकी सरकार द्वारा पुरी कर ली गई थी। अब सोशल इंपैक्ट का सर्वे दूसरी एजेंसी से करवाया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया किया हवाई अड्डे शेष बची औपचारिक्ताओं को शीघ्र पूरा करवाएं। हमीपरपुर में पेपर लीक के मामले पर जयराम ठाकुर ने कहा कि 11 दिसंबर 2022 के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्तासीन है। इसलिए इसकी जिम्मेदारी भी वर्तमान सरकार की है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाए। लेकिन अधनस्थ कर्मचारी चयन आयोग को बंद कर देना उन हजारों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है , जो विभिन्न पदों के लिए लिखित परीक्षाएं दे चुके हैं। इस अवसर पर सदर के विधायक अनिल शर्मा, नाचन के विनोद कुमार, सुंदरनगर के राकेश जंवाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, सरकाघाट से दलीप ठाकुर, द्रंग से पूर्ण चंद और करसोग से दीपराज मौजूद रहे।

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