जोगिंदर नगर: मंगलवार को जोगिंद्रनगर उपमंडल की पिपली पंचायत के गांव पोहल के डोगरा रेजिमेंट में सेना के जवान विनय कुमार का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर डोगरा रेजिमेंट सेना की एक टुकड़ी ने विनय कुमार की पार्थिव देह को सलामी दी। इस दौरान पूर्व विधायक सुरेंद्र ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस सचिव जीवन ठाकुर, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पंकज जम्वाल,माकपा नेता कुशाल भारद्वाज,एसडीएम जोगिंदर नगर मनीश चौधरी सहित हजारों स्थानीय लोगों ने नम आंखों से विनय कुमार को अंतिम विदाई दी। स्थानीय लोगों ने विनय कुमार अमर रहे के नारे लगाए। स्थानीय स्कूल के बच्चों ने विनय कुमार की अंतिम यात्रा में फूलों की वर्षा कर विनय कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की।
विनय कुमार के घर में दो बहनें एक भाई है। जबकि उनके पिता मिस्त्री का काम करते हैं और छोटा भाई अमित कुमार भी भारतीय सेना का जवान है जोकि सिक्किम में तैनात है। विनय कुमार की छोटी बहन नेहा ने अपने भाई को मुखाग्नि दी। बीते सोमवार देर शाम विनय कुमार का शव उनके पैतृक गांव पोहल में पहुंचा। विनय कुमार की आकस्मिक निधन ने परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।जवान बेटे की मौत पर मां का रो रो कर बुरा हाल है।उनकी माता ने बताया कि विनय कुमार एक महीने की छुट्टी पर घर आया था। उस दौरान विनय की दो बहनें पीलिया से ग्रसित हो गई। ऐसे में विनय ने 15 दिन की और छुट्टी ले ली और 45 दिन की छुट्टी के बाद 11 सितंबर को ही वह ड्यूटी पर लौटे थे ड्यूटी पर लौटने के बाद उन्हें भी पीलिया हो गया था। जिसका इलाज जालंधर कैंट अस्पताल में चल रहा था।
लेकिन यहां उन्होंने बीते रविवार को अंतिम सांस ली।बेहद गरीब परिवार से संबंध रखने वाले शहीद विनय की बहन की शादी जनवरी में होना निश्चित हुई थी।इसी के चलते विनय कुमार ने नया घर भी बनाया था।पर किसे पता था की जिस नए घर से बहन की डोली को विदा करना था वहां शहीद विनय की अर्थी निकली।प्रदेश कांग्रेस सचिव जीवन ठाकुर इस दौरान सेना के जवान के परिवार के साथ ही मिले। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग करते हुए विनय कुमार के छोटे भाई जोकि अग्निवीर भर्ती हुए हैं उन्हें भारतीय सेना में स्थाई रूप में नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश मुख्यमंत्री से मांग की है कि उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, ताकि इस गरीब परिवार का पालन पोषण हो सके।