पीड़ित व्यक्ति ने थक हार समाजसेवी रविंद्र डोगरा से लगाई थी न्याय की गुहार

जिले के प्रसिद्ध समाजसेवी रविन्द्र सिंह डोगरा ने सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की विवाहिता को राजस्थान के युवक द्वारा अपने झांसे में फंसा कर जबरन बंधक बनाने के मामले में उचित कार्यवाही ना होने पर उपायुक्त हमीरपुर और सुजानपुर पुलिस के ऊपर भारी रोष जताते हुए मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश व पुलिस महानिदेशक हिमाचल प्रदेश से.

जिले के प्रसिद्ध समाजसेवी रविन्द्र सिंह डोगरा ने सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की विवाहिता को राजस्थान के युवक द्वारा अपने झांसे में फंसा कर जबरन बंधक बनाने के मामले में उचित कार्यवाही ना होने पर उपायुक्त हमीरपुर और सुजानपुर पुलिस के ऊपर भारी रोष जताते हुए मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश व पुलिस महानिदेशक हिमाचल प्रदेश से इस केस में बरती जा रही लापरवाही पर साक्ष्यों सहित एक पत्र भेज कर न्याय की मांग की थी जिसमें उन्होंने पत्र लिखकर मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश एवं पुलिस महानिदेशक को बताया था कि सुजानपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गाँव लाहडी से विवाहिता सीमा काल्पनिक नाम उम्र 23 वर्ष की गुमशुदगी की शिकायत 18 जनवरी को उसके पति द्वारा दर्ज करवाई गई थी शिकायत पत्र में पीड़ित पति ने ही पुलिस को बताया था कि विवाहिता को सोशल मीडिया के जरिये राजस्थान का एक युवक झांसा देकर अपने साथ झुनझनूं ले गया है उक्त विवाहिता राजस्थान में है. परंतु 2 महीने होने के बाद भी पुलिस विवाहिता को बरामद करने राजस्थान अभी तक नहीं गई तमाम बातों को लेकर एक शिकायत पत्र लिखा था समाजसेवी रविंद्र सिंह डोगरा के शिकायत पत्र पर मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस मामले की गंभीरता को भांपते हुए उपायुक्त हमीरपुर एवं पुलिस अधीक्षक हमीरपुर को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए है जिसके बाद अब यह बात स्पष्ट हो गई है कि पीड़ित व्यक्ति को शीघ्र अति शीघ्र न्याय मिल जाएगा समाजसेवी रविंद्र सिंह डोगरा ने हिमाचल प्रदेश मुख्य सचिव का धन्यवाद करते हुए कहा है कि उनकी शिकायत पर उन्होंने इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं.

समाजसेवी रविंद्र सिंह डोगरा ने कहा कि मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश जब उनके पास कोई भी शिकायत पहुंचती है तो वह तुरंत उस पर आगामी कार्रवाई करने के लिए उच्च अधिकारियों को सूचित करते हैं लेकिन जिला में बैठे उच्च अधिकारी आम लोगों की शिकायत पर कार्रवाई क्यों नहीं करते यह सबसे बड़ा सवाल है अगर जिला स्तर पर बैठे अधिकारी लोगों की समस्याओं का समाधान करना शुरू कर देंगे तो यह बात ऊपर तक नहीं पहुंचेगी लेकिन कई बार जब अधिकारी काम नहीं करते तो बात उनसे बड़े अधिकारियों तक पहुंचाना जरूरी हो जाता है यही इस मामले में सामने आया है

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