अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव में पर्यटक अब देख सकेंगे सांस्कृतिक संध्या

कुल्लू (सृष्टि) : जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के मैदान में अक्टूबर माह में जहां अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का आयोजन किया जाएगा। तो वहीं कला केंद्र में भी 7 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ऐसे में सांस्कृतिक कार्यक्रम में देसी-विदेशी पर्यटक भी अपनी सीट बुक करवा सकेंगे। अबकी बार दशहरा उत्सव समिति के.

कुल्लू (सृष्टि) : जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के मैदान में अक्टूबर माह में जहां अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का आयोजन किया जाएगा। तो वहीं कला केंद्र में भी 7 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ऐसे में सांस्कृतिक कार्यक्रम में देसी-विदेशी पर्यटक भी अपनी सीट बुक करवा सकेंगे। अबकी बार दशहरा उत्सव समिति के द्वारा कला केंद्र की 10% सीटों को 500 रुपए के माध्यम से बुक करने का फैसला लिया गया है। इस फैसले से देश व विदेश के सैलानियों को भी सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने मौका मिलेगा।

इससे पहले अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान सांस्कृतिक संध्या में भारी भीड़ के चलते पर्यटकों को सीट नहीं मिल पाती थी। ऐसे में अब सैलानी ऑनलाइन माध्यम से अपनी सीट की बुकिंग कर सकेंगे और उन्हें इसके लिए 500 का भुगतान करना होगा। समिति के द्वारा कला केंद्र के गेट नंबर एक में जो कुर्सियां लगाई जाती है। वहां पर ही इन सीटों की शुल्क के माध्यम से बुकिंग की जाएगी।

अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की बैठक में पहली बार यह फैसला लिया गया है। समिति के अनुसार कला केंद्र में करीब 9000 लोगों की क्षमता है। ऐसे में करीब 900 सीटों को शुल्क के माध्यम से बुक किया जाएगा। दशहरा उत्सव समिति से मिली जानकारी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में रूस, इजरायल, रोमानिया, कजाकिस्तान, क्रोएशिया, वियतनाम, ताइवान, थाईलैंड, पनामा, ईरान, मालदीव, मलेशिया, केन्या के अलावा अफ्रीकी देश साउथ सूडान, जांबिया, घाना और इथोपिया के सांस्कृतिक दलों ने भाग लेने को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है। बीते दिन ही इस संबंध में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अधिकारियों के साथ दिल्ली में सीपीएस सुंदर ठाकुर के बैठक हुई है। वही, परिषद की ओर से दशहरे की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए एक टीम अक्तूबर माह के प्रथम सप्ताह में कुल्लू आएगी।

गौर रहे कि दशहरा उत्सव समिति के द्वारा जब से कला केंद्र में सीटों पर शुल्क लेने का फैसला लिया गया है। तब से सोशल मीडिया में भी भाजपा के द्वारा इसका कड़ा विरोध किया जा रहा है। सोशल मीडिया में लोगों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव लोक संस्कृति और देव संस्कृति का प्रतीक है। ऐसे में कला केंद्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। दशहरा उत्सव समिति के द्वारा एक सीट पर जो ₹500 शुल्क लेने का है जो प्रस्ताव रखा गया है वह बिल्कुल भी सही नहीं है। इसलिए समिति के द्वारा इस प्रस्ताव को रद्द किया जाना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष एवं सीपीएस सुंदर ठाकुर ने कहा कि इससे पहले भी कला केंद्र में दशहरा उत्सव के दौरान कला केंद्र में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता था। अबकी बार समिति के द्वारा पर्यटकों के लिए यह फैसला लिया गया है। क्योंकि पर्यटक शाम 6:00 बजे कला केंद्र में आकर अपनी सीटों को बुक नहीं कर सकते हैं। इसलिए वे ऑनलाइन माध्यम से अपनी सीटों को बुक करवा सकते हैं। जल्दी प्रशासन के द्वारा ऑनलाइन बुकिंग के लिए पोर्टल तैयार किया जाएगा और इस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बुकिंग भी शुरू कर दी जाएगी। वहीं 7 दिनों तक बुकिंग करवाने वाले व्यक्ति को दशहरा उत्सव समिति के द्वारा डिस्काउंट भी दिया जाएगा।

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