कडप्पा: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अपने भ्रष्टाचार के मामलों के कारण केंद्र में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) नीत सरकार के साथ समझौता कर लिया। गांधी ने आज यहां आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) अध्यक्ष वाईएस शर्मिला की अध्यक्षता में एक चुनावी बैठक को संबोधित करते हुए कहा,“ आंध्र प्रदेश को ‘बी’ टीम द्वारा चलाया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि ‘बी’ का मतलब ‘बाबू’ (चंद्रबाबू नायडू), ‘जे’ का मतलब ‘जगन’ है। ‘और ‘पी’ के लिए ‘पवन कल्याण’ (जनसेना अध्यक्ष)। चंद्रबाबू नायडू, जगन मोहन रेड्डी और पवन कल्याण का रिमोट कंट्रोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में है, जो सीबीआई और ईडी को नियंत्रित कर रहे हैं।”
उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि तीनों नेताओं ने भाजपा के लिए आंध्र प्रदेश के स्वाभिमान से समझौता किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का नाम केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी में शामिल करने में कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा,“वाईएस राजशेखर रेड्डी ने आजीवन भाजपा का विरोध किया लेकिन उनके पुत्र जगन मोहन रेड्डी ने भाजपा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।” कांग्रेस नेता ने खुलासा किया, ‘उन्हें वाईएस राजशेखर रेड्डी की मैराथन पदयात्रा से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकालने की प्रेरणा मिली।’
गाँधी ने कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आयी तो आंध्र प्रदेश को 10 साल के लिए विशेष श्रेणी का दर्जा (एससीएस) देने, कडप्पा में स्टील फैक्ट्री स्थापित करने और निर्माण पूरा करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कांग्रेस के सत्ता में आने पर दो लाख रुपये की ऋण माफी लागू करने, केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा प्रदान करने, 2.25 लाख रिक्त पदों को भरने और सभी पात्र महिलाओं को एक लाख रुपये देने का आश्वासन दिया। उन्होंने मतदाताओं से कडप्पा निर्वाचन क्षेत्र से वाईएस शर्मिला को लोकसभा के लिए चुनने का आह्वान किया।