बिश्नाह डिग्री कालेज में लगी आग से करोड़ों का सामान जलकर राख

बिश्नाह: बिश्नाह मंगलवार की सुबह गवर्नमैंट डिग्री कॉलेज बिश्नाह के टैगोर ब्लॉक से अचानक आग की लपटें निकलना शुरू हो गई और देखते-देखते आग की लपटें पूरे टैगोर ब्लॉक को निगल गई, जिसके साथ टैगोर ब्लॉक का कांफ्रैंस हाल जलकर राख हो गया और इससे करोड़ों का नुकसान हो गया। कस्बावासियों ने कहा कि यह.

बिश्नाह: बिश्नाह मंगलवार की सुबह गवर्नमैंट डिग्री कॉलेज बिश्नाह के टैगोर ब्लॉक से अचानक आग की लपटें निकलना शुरू हो गई और देखते-देखते आग की लपटें पूरे टैगोर ब्लॉक को निगल गई, जिसके साथ टैगोर ब्लॉक का कांफ्रैंस हाल जलकर राख हो गया और इससे करोड़ों का नुकसान हो गया। कस्बावासियों ने कहा कि यह गवर्नमैंट डिग्री कॉलेज के प्रबंधकों की लापरवाही के कारण लगभग दो अढ़ाई करोड़ रुपए का नुकसान हो गया। लोगों ने इस अग्निकांड की निष्पक्षता से जांच की मांग की है। मंगलवार की सुबह लोगों ने जब आग की लपटें निकलती देखी तो उन्होंने बिश्नाह पुलिस को फोन कर सूचित किया।

पुलिस ने दमकल विभाग को सूचित किया और दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर रही सही आग पर काबू पाया और उसके साथ लगती इमारतों को आग लगने से बचा लिया नहीं तो करोड़ों रु पए का नुकसान हो चुका होता। मौके पर पहुंचे नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष राजन शर्मा ने कहा कि यह अग्निकांड कालेज प्रबंधकों की लापरवाही से हुआ है क्योंकि उसका स्टॉप पर कंट्रोल नहीं है वर्ना जैसे ही आग लगी अगर कोई जहां पर चौकीदार हो इतना बड़ा अग्निकांड नही होता अगर कोई मुलाजिम होता तो बहुत जल्दी से इस आग की सूचना देकर करोड़ों रुपए के नुकसान को बचा सकता था,लेकिन यह सरासर कालज प्रबंधकों की गलती है लापरवाही है जिसकी वजह से यह करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।

उन्होंने कहा कि कस्बावासियों ने कई धरने प्रदर्शन देकर इस कॉलेज को मंजूर करवाया था और हाल ही यहां पर आग लगी है यह हाल एक करोड़ पांच लाख रु पए की लागत से टैगोर हाल बनाया गया था। यह फैब्रिकेटेड से बना हाल था, जिसमें 25 के करीब कंप्यूटर, 30 कुर्सीयां टेबल, प्रोजेक्टर के अलावा दो एयर कंडीशन इन्वर्टर बैटरियां लगाए गए थे जो सब जलकर खाक हो चुका है और यह सब बड़ी मुश्किल धरने प्रदर्शनों के बाद काफी मिन्नतों के बाद यह सब कुछ हासिल किया गया था, लेकिन इसकी देखरेख सही तरीके से नहीं हुई। क्योंकि यहां छुट्टी के बाद भी सभी एयर कंडीशनर रात रात भर चलते रहते हैं, कंयूटर ऑन रहते हैं उसकी वजह से ही शार्ट सर्किट से सब जलकर राख हो गया।

अगर प्रधानाचार्य का ध्यान इस और गया होता तो यह अग्निकांड नहीं होता पर वह यहां बैठ कर अपने मसले सुलझने में व्यस्त रहता है इसलिए इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जिसकी भी जिम्मेदारी बनती है उसके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। क्योंकि ऐसी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता अगर यह घटना दिन के वक्त होती तो कई बच्चे भी इस अग्निकांड की चपेट में आ सकते थे। हमारी उपराज्यपाल से अपील है कि वह इस कॉलेज में लगी आग की निष्पक्षता से जांच हो और जो भी इसका जिम्मेदार है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए क्योंकि हमारे बच्चे यहां बैठकर के शिक्षा प्राप्त करते थे,लेकिन अब वह तब तक इस शिक्षा से महरूम रहेंगे जब तक यह इमारत नहीं बनती या कम्प्यूटर नहीं मंजूर होते तब तक यह क्लास नहीं लगेगी, लेकिन इसमें जिसकी भी जवाबदेही है उसको जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वहीं बिश्नाह पुलिस ने अग्निकांड का मामला दर्ज करते हुए अपने तरीके से जांच शुरू कर दी है।

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