Manipur Village Shaken Firing : मणिपुर (Manipur) के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ने शनिवार को इंफाल ईस्ट जिले के दो गांवों में कुकी उग्रवादियों की ओर से की गई अंधाधुंध गोलीबारी की निंदा की। उन्होंने कहा ये राज्य की सुख शांति बिगाड़ने का प्रयास है। हिंसा के मद्देनजर शांति और एकता की अपील करते हुए एन बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ने कहा कि स्थिति को संभालने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं।
एन बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, कि ‘इंफाल पूर्व के सनसाबी और थमनापोकपी में कुकी आतंकवादियों की ओर से की गई अंधाधुंध गोलीबारी की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें नागरिक और सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। निदरेष जिंदगियों पर यह कायरतापूर्ण और अकारण हमला शांति और सद्भाव पर हमला है।‘
एन बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ने पोस्ट में आगे लिखा, कि ‘प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षाकर्मी भेजे गए हैं। घायलों को आवश्यक चिकित्सा सहायता मिल रही है, और सरकार ऐसी चुनौतियों का सामना करने के लिए शांति और सद्भाव का आह्वान करती है। ऐसी स्थितियों से निपटते समय केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस को उचित समन्वय और समझ होनी चाहिए।‘
Strongly condemn the indiscriminate firing by Kuki militants at Sanasabi and Thamnapokpi in Imphal East, which injured civilians and security personnel. This cowardly and unprovoked attack on innocent lives is an assault on peace and harmony.
Adequate security personnel have…
— N. Biren Singh (@NBirenSingh) December 27, 2024
बता दें, शुक्रवार को सशस्त समूहों के साथ गोलीबारी के दौरान एक पुलिस अधिकारी सहित दो लोग घायल हो गए। हिंसा तब भड़की जब पहाड़ों से हथियारबंद लोगों ने जिले के सनसाबी और थमनापोकपी गांवों पर बंदूक और बम से हमला किया। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की।सनसाबी गांव में झड़प के दौरान दो लोग घायल हो गए। वहीं 37 वर्षीय पुलिस अधिकारी के हरिदास को बाएं कंधे में गोली लगी, जिसके बाद उन्हें जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान (Jawaharlal Nehru Institute of Medical Sciences) ले जाया गया। हमले के कारण अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग गए।
मणिपुर उच्च न्यायालय (High Court of Manipur) के पूर्व मुख्य न्यायाधीश सिद्धार्थ मृदुल (Siddharth Mridul) ने बीते मंगलवार को कहा, कि ‘जब भी मणिपुर (Manipur) में स्थिति बेहतर होती दिखती है, तो नई हिंसा भड़क जाती है। मुझे लगता है कि कुछ ताकतें बाहरी हैं, आंतरिक नहीं। अगर ये ताकतें बाहरी भी हैं तो स्थानीय स्तर पर उनके सहयोगी हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि मणिपुर (Manipur) को जलाने के एजेंडे को सख्ती से आगे बढ़ाया जाए।‘